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बैठक में फैसला : चीफ इंजीनियर को नोटिस देने पर फूटा गुस्सा, नगर निगम के अभियंताओं ने किया मेयर का बहिष्कार
रांची: रांची नगर निगम के सभागार में हुई अभियंताओं की बैठक में में निर्णय लिया गया कि अब निगम के अभियंता मेयर द्वारा बुलायी गयी किसी भी बैठक में भाग नहीं लेंगे. इसके अलावा वे मेयर के साथ किसी भी सड़क या नाली का निरीक्षण करने नहीं जायेंगे. साथ ही यह भी तय किया गया […]
रांची: रांची नगर निगम के सभागार में हुई अभियंताओं की बैठक में में निर्णय लिया गया कि अब निगम के अभियंता मेयर द्वारा बुलायी गयी किसी भी बैठक में भाग नहीं लेंगे. इसके अलावा वे मेयर के साथ किसी भी सड़क या नाली का निरीक्षण करने नहीं जायेंगे. साथ ही यह भी तय किया गया कि अगर मेयर एक सप्ताह में चीफ इंजीनियर को जारी किया गया नोटिस वापस लेकर खेद नहीं प्रकट करती हैं, तो निगम के सभी अभियंता सामूहिक रूप से हड़ताल पर चले जायेंगे. बैठक में चीफ इंजीनियर सुरेश पासवान, अधीक्षण अभियंता विजय भगत, उमेश्वर नाथ तिवारी, अशोक कुमार, उमाशंकर राम, सुधीर प्रसाद, नवल किशोर सिंह, अनिल कुमार सिंह, रवींद्र मालवीय सहित सभी कनीय अभियंता उपस्थित थे.
नगर आयुक्त को अभियंताओं ने सौंपा ज्ञापन : बैठक के बाद अभियंताओं ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन भी नगर आयुक्त प्रशांत कुमार नेको सौंपा है. ज्ञापन में अभियंताओं ने आरोप लगाया कि हाल के दिनों में मेयर खुद अभियंताओं को प्रताड़ित करती हैं और आरोप अभियंताओं पर लगाती हैं. नियम-कानून को ताक पर रख कर फाइलों को घर लाने के लिए कहती हैं. इसके अलावा रोज नयी-नयी फरमाइशें आ जाती हैं. आखिर अभियंता कहां तक उनकी बात मानते रहेंगे. जब कोई उनकी बात नहीं मानता, तो उसे सार्वजनिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है.
ये है मामला
27 मार्च को निगम सभागार में स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हुई थी. बैठक में रांची नगर निगम के लंबित योजनाओं का मामला उठा. इस पर मेयर ने निगम के अभियंताओं पर अारोप लगाया कि इनके कारण ही सारा कामकाज पेंडिंग हैं. मेयर के इस बात का चीफ इंजीनियर सुरेश पासवान ने विरोध किया. चीफ इंजीनियर ने मेयर से कहा था कि योजनाएं हमारे कारण नहीं, बल्कि आपके कारण लंबित हैं. अभियंताओं को तो आपने इतना प्रताड़ित कर दिया है कि सबका खून सूख गया है. चीफ इंजीनियर के इस आरोप पर मेयर ने 29 मार्च को चीफ इंजीनियर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. मेयर के नोटिस मिलने से नाराज इंजीनियरों ने 30 मार्च को बैठक कर मेयर का ही बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया.
चीफ इंजीनियर के जवाब से मेयर असंतुष्ट
टेंडर के गड़बड़ी प्रकरण में चीफ इंजीनियर के द्वारा दिये गये जवाब पर मेयर आशा लकड़ा असंतुष्ट हैं. मेयर ने कहा कि हमने जिस झारखंड अकाउंट मैनुअल के तहत जिस 20 बिंदुओं पर टेंडर से संबंधित जानकारी मांगी थी. चीफ इंजीनियर ने ठीक इसका उलटा जवाब दे दिया है. चीफ इंजीनियर को टेंडर होने से पहले की प्रक्रिया पर जानकारी मांगी गयी थी. परंतु चीफ इंजीनियर ने टेंडर होने के बाद का जवाब दे दिया.
हमें नहीं, सीधे नगर आयुक्त को लिखें पत्र
निगम के अभियंताओं ने मेयर को पत्र लिखकर कहा है कि अब से आप किसी प्रकार का पत्राचार सीधे किसी अभियंता से न करें. अगर आपको किसी तरह का कोई पत्राचार या आदेश या कारण बताओ नोटिस ही जारी करना है, तो सीधे नगर आयुक्त को भेजें, क्योंकि नगर आयुक्त ही हम सबों के कस्टोडियन हैं. नगर आयुक्त से हमें जो भी पत्र प्राप्त होगा, हम उन पत्रों का जवाब आपको नियमित रूप से देते रहेंगे.
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