रांची : रांची विश्वविद्यालय में विद्यार्थी नहीं मिलने के कारण कई वोकेशनल/प्रोफेशनल/डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स बंद करने पड़े हैं. विवि द्वारा राज्य सरकार व यूजीसी से स्वीकृति मिलने के बाद कोर्स आरंभ किया गया था. एक-दो साल कोर्स चला, लेकिन बाद में विद्यार्थियों ने इन कोर्स में रुचि नहीं दिखायी अौर धीरे-धीरे कोर्स बंद करने पड़े.
जानकारी के अनुसार विवि अंतर्गत स्नातकोत्तर मानवशास्त्र विभाग में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग कोर्स आरंभ किया गया. इसमें सामान्य जाति के लिए शुल्क 6500 रुपये अौर एसटी/एससी उम्मीदवारों के लिए पांच हजार रुपये रखा गया. वर्ष 2011 में इसे आरंभ किया गया था, लेकिन अब इसमें एक भी विद्यार्थी नामांकन लेने नहीं आ रहे हैं. फलस्वरूप कोर्स बंद पड़ा है.
हालांकि विवि द्वारा अभी तक कोर्स बंद करने की अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. इसी प्रकार स्नातकोत्तर उर्दू विभाग में फंक्शनल अरेबिक व पार्सियन कोर्स आरंभ होने के साथ ही बंद हो गया. इस कोर्स को शुरू करने के लिए तत्कालीन राज्यपाल सह कुलाधिपति सैयद सिब्ते रजी व डॉ सैयद अहमद ने निर्देश दिया था, लेकिन विद्यार्थी नहीं मिलने के कारण कोर्स नहीं चल सके. इस कोर्स में सामान्य के लिए शुल्क पांच हजार रुपये अौर एसटी/एससी के लिए चार हजार रुपये रखा गया था. विवि में स्नातकोत्तर वनस्पतिशास्त्र विभाग में मेडिशनल प्लांट कोर्स शुरू किया गया, लेकिन विद्यार्थी नहीं मिले. फलस्वरूप कोर्स बंद पड़े हैं. मारवाड़ी कॉलेज में योगा सर्टिफिकेट कोर्स में भी विद्यार्थी नहीं मिलने के कारण कोर्स बंद कर देना पड़ा है. जेएन कॉलेज धुर्वा में भी वाटर मैनेजमेंट एंड इनवायरमेंटल कोर्स भी विद्यार्थी के नहीं मिलने के कारण बंद कर देना पड़ा.