उद्यान विभाग के स्वीकृत प्रस्ताव में जिक्र है कि राज्य में उद्यानिकी फसलों के विकास के लिए अत्याधिक श्रम प्रशिक्षित मानव बल की जरूरत है. राज्य के युवा भी उद्यानिकी फसल लगाने में रुचि ले रहे हैं. इसलिए कृषक मित्र, मत्स्य मित्र की तर्ज पर बागवान मित्र बनाये जाने की जरूरत है.
बागवान मित्रों को अपने पंचायत के सभी गांव-टाेलों में लगाये गये फलबागों, फूलों के बाग एवं उद्यानिकी से जुड़ी फसलों के खेतों का सर्वेक्षण करना होगा. गांव-टोले की उद्यानिकी फसलों के बीज व पौध सामग्री की आवश्यकता का आकलन करना होगा. कार्य क्षेत्र के लिए बीज व पौध सामग्री की आपूर्ति कहां से की जायेगी, इसकी जानकारी प्राप्त करनी होगी. जिला स्तरीय कार्यालय से समन्वय का काम करना होगा. कृषकों, पौध सामग्री, बीज आपूर्तिकर्ताओं एवं विपणन से जुड़े व्यवसायियों के बीच समन्वय स्थापित करना होगा. उद्यानिकी से जुड़े कृषकों को सहकारिता से जोड़ना होगा. किसानों की समस्या को विभाग में पहुंचाना होगा. जो किसान उद्यानिकी की खेती करना चाहते हैं, उनको सरकार की स्कीम की जानकारी देनी होगी.