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छात्रवृत्ति देने से पहले की जायेगी संस्थानों की जांच
कल्याण विभाग की टीम जायेगी दूसरे राज्य उत्तराखंड के एक विवि से 3516 छात्रों ने छात्रवृत्ति के लिए अावेदन दिया है रांची : तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा के लिए दी जानेवाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति से पहले संस्थानों की जांच होगी. राज्य व राज्य से बाहर के करीब 4500 शिक्षण संस्थानों, कॉलेजों व विवि को उनके […]
कल्याण विभाग की टीम जायेगी दूसरे राज्य
उत्तराखंड के एक विवि से 3516 छात्रों ने छात्रवृत्ति के लिए अावेदन दिया है
रांची : तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा के लिए दी जानेवाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति से पहले संस्थानों की जांच होगी. राज्य व राज्य से बाहर के करीब 4500 शिक्षण संस्थानों, कॉलेजों व विवि को उनके यहां अध्ययनरत बच्चों को छात्रवृत्ति देने के लिए निबंधित किया गया है.
पर छात्रवृत्ति देने से पहले इन संस्थानों की वैधता की जांच के लिए कल्याण विभाग टीम तैयार कर रहा है. अलग-अलग इन टीमों को पहले उत्तराखंड, तेलंगाना व अोड़िशा भेजा जायेगा. वहां वे उन संस्थानों की जांच करेंगे, जहां के विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में छात्रवृत्ति के लिए अॉनलाइन अावेदन किया है. जरूरत पड़ी, तो अन्य राज्यों में भी जांच दल भेजा जा सकता है.
गौरतलब है कि उत्तराखंड के एक एेसे विवि का पता चला है, जहां के 3516 विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिए अावेदन दिया है. दरअसल पूरे उत्तराखंड के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के कुल 3600 विद्यार्थियों के आवेदन को छात्रवृत्ति के योग्य पाया गया है. इनमें से 3516 अकेले मदरहूड विवि के हैं.
वहीं इनमें से 3152 राज्य के एक ही जिले गढ़वा से हैं. इसी घटना के बाद विभाग सतर्क है तथा अधिक संख्या वाले संस्थानों की जांच अावश्यक समझी जा रही है. दरअसल कल्याण विभाग की छात्रवृत्ति योजना में लगातार गड़बड़ी होती रही है. अयोग्य लाभुकों को भी छात्रवृत्ति का लाभ मिलता रहा है. खासकर जाति व आय प्रमाण पत्र में हेरफेर कर ऐसा किया जाता है. इससे निबटने के लिए ही अब विभाग ने छात्रवृत्ति की पूरी प्रक्रिया को अॉनलाइन कर दिया है.
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