रांची: क्या करें? कहने को तो लाइब्रेरी है, पर यहां पेयजल तक की सुविधा नहीं है. चापानल है, पर वह खराब पड़ा हुआ है. कई बार कहा गया लेकिन, कुछ नहीं हुआ. बोरिंग भी हुआ, पर फेल कर गया. पीने का पानी लाने के लिए पुलिस लाइन जाना पड़ता है.
हम यहां पढ़ाई करने आते हैं, न कि पानी ढोने. यह कहना है लाइब्रेरी में पढ़ने आये विद्यार्थियों का. शुक्रवार को राज्य पुस्तकालय के 1500 विद्यार्थियों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया.
जब पता चला कि उपायुक्त अवकाश पर हैं, तो विद्यार्थियों ने एनडीसी अरविंद मिश्र से वार्ता की. श्री मिश्र ने विद्यार्थियों को बताया कि उनका मामला जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के अंतर्गत है. इसलिए मामले का निपटारा जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ)कार्यालय से ही हो पायेगा.
तब सारे विद्यार्थी डीएसइ कार्यालय में डीएसइ से मिलने गये, पर डीएसइ नहीं मिले. विद्यार्थियों ने बताया कि पुस्तकालय की स्थिति काफी खराब है. डीइओ कार्यालय को आवंटन भी आया है, पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं.