खूंटी: पुलिस की टीम ने छापेमारी कर बुधवार की शाम तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया. इनमें पीएलएफआइ के जोनल कमांडर जिदन गुड़िया के भाई दिनेश गुड़िया सहित कोचा पाकरटोली के सुनील नाग एवं बादू कच्छप शामिल हैं.
तोरपा के कारो नदी पुल के समीप दस जनवरी को आइओसीएल के पेटी कांट्रैक्टर पीआर केबुल्स की गाड़ियों व मशीनों में आग लगाने के आरोप में इन्हें गिरफ्तार किया गया. इनके पास से पीएलएफआइ का परचा, पांच एवं 35 लीटर के दो जरकिन बरामद किये गये हैं. पुलिस के मुताबिक इस जरकिन में ही आग लगाने के लिए तेल ले जाया गया था.
कैसे मिली सफलता : एसपी अश्विनी सिन्हा को गुप्त सूचना मिली कि आगजनी कांड को उक्त अपराधियों ने लेवी को लेकर अंजाम दिया है. एसपी ने 11 जनवरी को एक टीम का गठन किया. टीम में अपर पुलिस अधीक्षक अनुराग राज, एसडीपीओ तोरपा मनीष कुमार, पुलिस निरीक्षक अभिताभ राय, अवर निरीक्षक चंद्रशेखर आजाद सहित सीआरपीएफ 94 बटालियन, जगुआर और जिला पुलिस बल को शामिल किया गया. टीम ने 11 जनवरी की शाम कोचा गांव में छापेमारी कर तीन अारोपियों को गिरफ्तार कर लिया. एसपी ने बताया कि घटना में उक्त तीन के अतिरिक्त अन्य चार अन्य लोग भी शामिल थे. पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेज दिया गया.
11 के खिलाफ नामजद प्राथमिकी : एसपी ने घटना को लेकर कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया है. इनमें जीदन गुड़िया, ऐठल बोदरा, बगराय चंपिया, संतोष कुमार, संजय गुड़िया, जियाऊल खां, कलीम खां, अनिल गुड़िया, बांदू कच्छप, गुलजार खां, शनिका सुरीन.