यूनिसेफ की झारखंड प्रभारी डॉ मधुलिका जोनाथन और आइआइएम के प्रभारी निदेशक प्रो अनिंद्य सेन ने समझौते के मसौदे पर हस्ताक्षर किये. यूनिसेफ की प्रभारी डॉ जोनाथन ने कहा कि आइआइएम के सहयोग से राज्य के बच्चों के बेहतर भविष्य को लेकर सतत प्रयास किया जायेगा. केंद्र में शैक्षणिक संगठनों की साझेदारी से नये विचारों और रणनीति भी बनायी जायेगी.
इससे बच्चों से जुड़ी क्षेत्रीय स्तर की गतिविधियों का विश्लेषण कर, उसे सरकारी कार्यक्रमों के साथ जोड़ा जायेगा. केंद्र के माध्यम से विद्वानों, शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों के सुझावों को सरकारी नीतियों को मजबूत बनाने की सलाह भी दी जायेगी. इसके लिए उद्योग जगत, छात्रों, गैर सरकारी संगठनों और कारपोरेट प्रतिष्ठानों को जोड़ कर जागरूकता फैलायी जायेगी. राज्य सरकार के उद्योग, खान एवं भूतत्व विभाग के साथ मिल कर कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी पर क्षमता विकास कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे.
आइआइएम रांची के निदेशक प्रो अनिंद्य सेन ने कहा कि सेंटर में संस्थान के सभी संकाय सदस्यों को प्रबंधन नीति पर अपनी विशेषज्ञता जाहिर करने का अवसर मिलेगा. इसके तहत पोषण, शिशु देखभाल और मातृत्व स्वास्थ्य की जानकारी भी विशेषज्ञ प्रदान करेंगे. आइआइएम के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ब्रिगेडियर वीएस सैनी ने भी मौके पर अपने विचार रखे.