जिन लोगों ने कभी झारखंड के लिए लड़ाई नहीं लड़ी, वे आज सीएनटी-एसपीटी पर बोल रहे हैं. आजसू आंदोलन से उपजी पार्टी है. उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी अपनी राजनीतिक और सामाजिक जिम्मेदारी को भली-भांति समझती है. हम झारखंडी दर्द को समझते हैं. सीएनटी-एसपीटी पर संघर्ष करना किसी की जागीर नहीं है.
आजसू विधायक ने पार्टी ने हर स्तर पर सरकार के संशोधन का विरोध किया है. संशोधन के विरोध में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, संसदीय कार्य मंत्री, एनडीए के सहयोगी दल के सभी विधायकों को खुला पत्र लिखकर विरोध जताया था. टीएसी से इस्तीफा दिया कैबिनेट और सदन में विरोध किया. सीएनटी-एसपीटी की लड़ाई किसी दल और नेता की व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. झारखंडी हितों के लिए हर आदिवासी, मूलवासी अपने स्तर से, अपने तरीके से लड़ाई लड़ रहे हैं. आदिवासी-मूलवासियों के विभिन्न सामाजिक संगठन, राजनीतिक पार्टियां संशोधन के विरोध में संघर्षरत हैं. यह लड़ाई राजनीति विषय नहीं बल्कि झारखंडी स्वाभिमान, पहचान और अस्मिता से जुड़ी है. विधायक ने कहा कि हम संशोधन का कड़ा विरोध करते हैं.