रांची: राज्य सरकार द्वारा स्पीकर के प्रोटोकॉल का मापदंड तय नहीं किये जाने से स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता खफा है. श्री भोक्ता ने कहा है कि राज्य के अधिकारियों को पता नहीं है कि स्पीकर का क्या प्रोटोकॉल है. मैंने अपनी सुरक्षा लौटा दी है.
सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों का कमान काट कर लौटा दिया है. स्पीकर ने कहा : यह अवमानना का मामला है कि कमान काटने के बाद भी पुलिस मेरे आवास पर हैं. मैं इसे अनधिकृत मान रहा हूं. मेरे आवास के अंदर कुछ लोग अनधिकृत रूप से रह रहे हैं, इसे मैं संज्ञान में लूंगा. एक दिन के अंदर आदेश का पालन होना चाहिए. स्पीकर विधानसभा स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बात कर रहे थे.
स्पीकर ने कहा कि मैंने सुरक्षा का मामला नहीं, प्रोटोकॉल का मामला उठाया है. मैं गांधीगिरी कर रहा हूं. मुङो सरकार से कुछ नहीं कहना है. मैं यह जानते हुए कि इसमें खतरा है, मैं अपना अहित कर रहा हूं. प्रोटोकॉल का मापदंड तय नहीं होने तक कोई विशेषाधिकार नहीं लूंगा.
श्री भोक्ता ने कहा कि राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को खुद पता नहीं है स्पीकर का प्रोटोकॉल क्या है. स्पीकर से जब यह पूछा गया कि क्या यह सरकार की नाकामी है या फिर आपकी बेबसी. स्पीकर ने कहा कि मेरी बेबसी ही समझ लें. मैं कुछ नहीं कर सकता. विधायिका की कोई सुननेवाला नहीं है. मैंने सुरक्षा लौटा दी. अब राज्य का कोई बड़ा अधिकारी पूछने तक नहीं आया है.