चंदवारा (कोडरमा): झुमरीतिलैया के कुछ निजी अस्पतालों ने 500 व 1000 पुराने नोट के बदले महिला का इलाज करने से इनकार कर दिया. इससे इलाज के अभाव में चंदवारा पश्चिमी पंचायत के कलाल मोहल्ला निवासी नूर मोहम्मद की पत्नी लैलून खातून (55) की मौत हो गयी. पति नूर मोहम्मद ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी काफी बीमार थी.
17 नवंबर को वह पत्नी को लेकर इलाज कराने तिलैया स्थित न्यू कामेश्वरी क्लिनिक गये. यहां उसे भरती ले लिया गया, पर जब उन्होंने अग्रिम भुगतान के रूप में 500 के पुराने नोट दिये, तो अस्पताल प्रबंधन ने नोट लेने से मना कर दिया. इस कारण इलाज करने से भी इनकार कर दिया. इसके बाद वह पत्नी को लेकर पास ही स्थित कामेश्वरी क्लिनिक गये, यहां पर यही बात कही गयी. फिर, वह पत्नी को लेकर पार्वती क्लिनिक पहुंचे. यहां भी कर्मियों ने पुराने नोट होने के कारण इलाज करने से इनकार कर दिया. 18 नवंबर की शाम नूर मोहम्मद बीमार पत्नी को लेकर घर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गयी.
सरकार ने पुराने नोट बंद कर दिये हैं. अगर हम मरीज से लगातार ये नोट लेते हैं, तो हमारे ऊपर बैठे प्रबंधन वाले इसे स्वीकार नहीं करेंगे. गंभीर मरीज के मामले में हम पुराने नोट कई बार स्वीकार भी कर रहे हैं. उक्त महिला मरीज को लेकर परिजन आये थे या नहीं, इसकी पूरी जानकारी मुझे नहीं है. – राजेंद्र मोदी, संचालक, न्यू कामेश्वरी व कामेश्वरी क्लिनिक
जिस समय मरीज को मेरे अस्पताल में लाया गया था, मैं मौजूद नहीं था. महिला की स्थिति गंभीर थी. डाॅक्टर के नहीं रहने के कारण कर्मियों ने भरती नहीं लिया. महिला एंबुलेंस पर ही थी. परिजनों को सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी गयी थी. पुराने व नये नोट का सवाल ही नहीं है. – डाॅ. एचडी सिंह, पार्वती क्लिनिक