रुपये वापस मांगने पर जमीन दलालों ने उसे रुपये नहीं लौटाये. रुपये वापस पाने के लिए देवेश ने शिउड़ी निवासी तृणमूल कांग्रेस के नेता अमित डोम से संपर्क किया. रुपये वापस पाने के लिए अमित डोम से देवेश ने 30 हजार में सौदा किया. अमित डोम को उसने एक हजार रुपये एडवांस भी दिया. लेकिन अमित डोम रुपये वापस दिलवाने के बजाय जमीन कारोबारियों से मिल गया और देवेश को प्रताड़ित करने लगा और उसके साथ मारपीट की. इसी 30 हजार रुपये को लेकर अमित डोम और देवेश के बीच विवाद बढ़ गया. इस बात की पुष्टि पुलिस के अनुसंधान और देवेश के खिलाफ न्यायालय में दायर की गयी चार्जशीट से हुई है.
देवेश के पिता पूर्व में दुमका बिशप हाउस में ठेकेदारी का काम कर चुके थे. वहां देवेश भी आना-जाना करता था. जहां से उसे कार्डिनल के पते की जानकारी मिली. कार्डिनल के पते पर पीएलएफआइ के नाम पर उसने एक पत्र लिखा और शिउड़ी बाजार स्थित पोस्ट ऑफिस जाकर पोस्ट कर दिया. पत्र में कार्डिनल से पांच करोड़ की लेवी मांगी गयी थी. लेवी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी थी. देवेश ने पत्र में जान-बूझ कर अमित डोम का मोबाइल नंबर डाल दिया था, ताकि रांची पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर देवेश को खोजते हुए शिउड़ी पहुंचे और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दे. इधर, रांची पुलिस कार्रवाई करते हुए अमित डोम के पास पहुंची और पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लिया. उसने लेवी मांगने की बात से इनकार किया. पुलिस को उसने बताया कि उसका विवाद देवेश से चल रहा है और वह ऐसा कर सकता है. इसके बाद पुलिस देवेश के पास पहुंची और पूछताछ में उसने सच कबूल कर लिया.