17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

टीएमसी नेता के नाम पर खुद मांगी थी कार्डिनल से लेवी

रांची: तृणमूल कांग्रेस के नेता अमित डोम से पीछा छुड़ाने के लिए देवेश ने कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो से पीएलएफआइ के नाम पर पांच करोड़ रुपये लेवी मांगी थी. देवेश दुमका के आसनबनी का रहनेवाला है और पेशे से व्यवसायी है. देवेश ने घटना से पूर्व पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के शिउड़ी शहर में […]

रांची: तृणमूल कांग्रेस के नेता अमित डोम से पीछा छुड़ाने के लिए देवेश ने कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो से पीएलएफआइ के नाम पर पांच करोड़ रुपये लेवी मांगी थी. देवेश दुमका के आसनबनी का रहनेवाला है और पेशे से व्यवसायी है. देवेश ने घटना से पूर्व पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के शिउड़ी शहर में एक जमीन खरीदी थी. बाद में देवेश को पता चला कि खरीदी गयी जमीन का करीब 500 वर्गफीट हिस्सा पूर्व में ही नेशनल हाइवे निर्माण के दौरान सरकार अधिग्रहण कर चुकी है. लेकिन जमीन बेचने से पूर्व जमीन को अधिक बता कर उससे करीब तीन लाख रुपये की ठगी की गयी है.

रुपये वापस मांगने पर जमीन दलालों ने उसे रुपये नहीं लौटाये. रुपये वापस पाने के लिए देवेश ने शिउड़ी निवासी तृणमूल कांग्रेस के नेता अमित डोम से संपर्क किया. रुपये वापस पाने के लिए अमित डोम से देवेश ने 30 हजार में सौदा किया. अमित डोम को उसने एक हजार रुपये एडवांस भी दिया. लेकिन अमित डोम रुपये वापस दिलवाने के बजाय जमीन कारोबारियों से मिल गया और देवेश को प्रताड़ित करने लगा और उसके साथ मारपीट की. इसी 30 हजार रुपये को लेकर अमित डोम और देवेश के बीच विवाद बढ़ गया. इस बात की पुष्टि पुलिस के अनुसंधान और देवेश के खिलाफ न्यायालय में दायर की गयी चार्जशीट से हुई है.

थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई, तो कार्डिनल से लेवी मांगने की योजना बनायी
इस घटना के बाद देवेश जब अमित डोम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने शिउड़ी थाना पहुंचा, तो पुलिस ने अमित डोम को सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस का कार्यकर्ता बताते हुए देवेश से कहा : हम तुम्हारी मदद नहीं कर सकते हैं. तब देवेश ने अमित डोम से पीछा छुड़ाने के लिए उसे दूसरे राज्य की पुलिस से पकड़वा कर जेल भेजवाने की योजना तैयार की.

देवेश के पिता पूर्व में दुमका बिशप हाउस में ठेकेदारी का काम कर चुके थे. वहां देवेश भी आना-जाना करता था. जहां से उसे कार्डिनल के पते की जानकारी मिली. कार्डिनल के पते पर पीएलएफआइ के नाम पर उसने एक पत्र लिखा और शिउड़ी बाजार स्थित पोस्ट ऑफिस जाकर पोस्ट कर दिया. पत्र में कार्डिनल से पांच करोड़ की लेवी मांगी गयी थी. लेवी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी थी. देवेश ने पत्र में जान-बूझ कर अमित डोम का मोबाइल नंबर डाल दिया था, ताकि रांची पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर देवेश को खोजते हुए शिउड़ी पहुंचे और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दे. इधर, रांची पुलिस कार्रवाई करते हुए अमित डोम के पास पहुंची और पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लिया. उसने लेवी मांगने की बात से इनकार किया. पुलिस को उसने बताया कि उसका विवाद देवेश से चल रहा है और वह ऐसा कर सकता है. इसके बाद पुलिस देवेश के पास पहुंची और पूछताछ में उसने सच कबूल कर लिया.

दुमका में रंगदारी मामले में देवेश पर था केस, पुलिस ने भेजा था जेल
देवेश के खिलाफ दुमका में भी रंगदारी मांगे जाने को लेकर केस दर्ज था. इधर, रांची के लोअर बाजार थाना में कार्डिनल से पांच करोड़ रुपये लेवी मांगे जाने को लेकर तीन जून 2015 को केस दर्ज हुआ था. दुमका पुलिस ने देवेश को दुमका नगर थाना में रंगदारी से संबंधित 15 जून को दर्ज मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज था. लोअर बाजार पुलिस ने भी देवेश को बाद में केस में रिमांड पर लिया था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें