हाइकोर्ट की तरफ से दो अधिकारी संजीव कुमार दास व निकेश कुमार सिन्हा को दिल्ली भेजा गया है. जस्टिस वर्मा का पार्थिव शरीर एयर इंडिया के विमान सेे 23 अक्तूबर को रांची आयेगा. वे अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र (इंजीनियर) व एक पुत्री (दिल्ली में जॉब में हैं) छोड़ गये हैं.
जस्टिस वर्मा का जन्म बिहार की राजधानी पटना में 10 दिसंबर 1956 को हुआ था. एकीकृत बिहार में ज्यूडिशियल सर्विस में नियुक्त हुए थे. 1997 में एडिशनल डिस्ट्रिक जज बने थे. वह ज्यूडिशियल एकेडमी, रांची के निदेशक भी रह चुके हैं. श्री वर्मा को वर्ष 2014 में झारखंड हाइकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था. उन्होंने 26 सितंबर 2014 को हाइकोर्ट में शपथ ली थी.
उधर, जस्टिस वर्मा के निधन की सूचना मिलने के पूर्व दूसरी पाली में अदालत की कार्यवाही चल रही थी. जैसे ही निधन की सूचना मिली, कार्यवाही राेक दी गयीं. झारखंड स्टेट बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष व वरीय अधिवक्ता पीसी त्रिपाठी, काउंसिल उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला, एडवोकेट एसोसिएशन के धीरज कुमार, अधिवक्ता लिपिक संघ के महामंत्री आरएन द्विवेदी, बार एसोसिसएशन के महासचिव डॉ एसके वर्मा ने जस्टिस वर्मा के निधन पर शोक प्रकट किया. उन्होंने कहा कि उनके निधन से न्यायिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई.