एसएसपी कुलदीप द्विवेदी के निर्देश के बाद सभी थाना प्रभारी और पुलिस अधिकारी शुक्रवार की रात 12 बजे से सुरक्षा व्यवस्था में लग गये थे. एसएसपी का निर्देश था कि वाहनों की चेकिंग की जाये. अगर महारैली में शामिल होनेवाले लोग बड़े वाहनों से जा रहे हैं, तब उनके वाहनों को बैरिकेडिंग के पास ही रोक ली जाये. उन्हें पैदल जाने दिया जाये, ताकि शहर में जाम और विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो. पुलिस अधिकारी शुक्रवार रात 12 बजे से शनिवार को दिन के 12 बजे तक वाहनों की चेकिंग करते रहे, जिस कारण जाम की अधिक समस्या उत्पन्न नहीं हुई.शनिवार की सुबह करीब पांच बजे विभिन्न चौक-चौराहों और बैरिकेडिंग के पास पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी. पुलिस के जवान और अधिकारी महारैली में शामिल होनेवाले की निगरानी में थे.
पुलिस बलों की अधिक संख्या में तैनात होने की वजह से विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न नहीं हुई. विधि- व्यवस्था की मॉनिटरिंग खुद एसएसपी और सिटी एसपी करते रहे. एसएसपी पल-पल अपने अधीनस्थ अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने को लेकर निर्देश देते रहे. महारैली में शामिल होने के लिए पहुंचने वाले लोगों की भीड़ को देखते हुए विभिन्न स्थानों पर रूट भी डायवर्ट किया गया.
हरमू बाइपास रोड में सबसे ज्यादा जाम रहा. बिरसा चौक के समीप करीब 11 बजे महारैली में शामिल होने के लिए पहुंचे लोगों को कुछ देर के लिए रोक दिया गया. एजी ऑफिस के पास रैली के रूट को डिबडीह पुल की ओर डायवर्ट किया गया. एजी मोड़ से राजेंद्र चौक की ओर जा रही रैली का रूट डायवर्ट किया गया.