धर्मनिरपेक्ष प्रजातांत्रिक राष्ट्र के निर्माण का आदर्श ही सांप्रदायिक फासीवाद को रोक सकता है़ वह एसोसिएशन ऑफ क्रिश्चियन फलोसफर्स ऑफ इंडिया (एसीपीआइ) के वार्षिक शोध सम्मेलन के दूसरे दिन अपना शोधपत्र प्रस्तुत कर रहे थे़ यह कार्यक्रम संत अलबर्ट कॉलेज में 23 अक्तूबर तक चलेगा. केरल से आये फादर जोस पेन्नमपरंबिल ने कहा कि हमें आतंकवाद और कट्टरवाद के बीच राष्ट्रवाद के निर्माण के लिए काम करना है़ .
यह तभी संभव होगा, जब सभी धर्मावलंबी सहिष्णु तरीके से एक साथ आकर शांति व सौहार्द्र के लिए काम करे़ं रेव्ह फादर तमिजशेल्वन एंथोनी ने कहा कि हम सभी को एक ऐसी दुनिया की परिकल्पना करने की जरूरत है, जिसमें सभी धर्म के लोग मेल-मिलाप से रह सके़ं फादर फ्रांसिस अराकल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए कोमल या कठोर कदमों से इतर अच्छी शक्ति के प्रयोग की अावश्यकता है़ दूसरे दिन नोएल डिकोस्टा गायत्री मेनदान्हा, स्टीफन जयार्ड व अन्य ने भी विचार रखे़