10.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कोयलाकर्मियों को 54 हजार रुपये बोनस

रांची/काेलकाता : कोयला कर्मियों को बोनस के रूप में 54 हजार रुपये का भुगतान किया जायेगा. इस मुद्दे को लेकर कोलकाता में जेबीसीसीआइ-9 की स्टैंडराइजेशन कमेटी की मैराथन बैठक (सुबह 11 से शाम 8.15 तक) हुई. इसमें कोल इंडिया प्रबंधन के साथ-साथ मजदूर यूनियनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. बैठक की शुरुआत में कोल इंडिया […]

रांची/काेलकाता : कोयला कर्मियों को बोनस के रूप में 54 हजार रुपये का भुगतान किया जायेगा. इस मुद्दे को लेकर कोलकाता में जेबीसीसीआइ-9 की स्टैंडराइजेशन कमेटी की मैराथन बैठक (सुबह 11 से शाम 8.15 तक) हुई. इसमें कोल इंडिया प्रबंधन के साथ-साथ मजदूर यूनियनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. बैठक की शुरुआत में कोल इंडिया प्रबंधन ने 50 हजार रुपये बोनस देने का ऑफर दिया. इसे मजदूर संगठनों ने नकार दिया. भोजन से पहले तक कोल इंडिया प्रबंधन 51 हजार रुपये बोनस देने पर सहमत हो गया था. मजदूर यूनियन 57 हजार रुपये की मांग कर रहे थे.
भोजनावकाश के बाद शुरू हुई बैठक पांच घंटे चली, इसमें कोल इंडिया 54 हजार रुपये देने पर सहमत हो गया. इसका भुगतान पूजा से पहले कर दिया जायेगा. पिछले साल कोल इंडिया कर्मियों को 48500 रुपये बोनस दिया गया था. बैठक शुरू हाेते ही प्रबंधन ने कोल इंडिया की आर्थिक स्थिति का हवाला दिया आैर अपना प्रस्ताव रखा. यूनियन ने इसे नामंजूर कर दिया. यूनियन ने शुरू में 60 हजार रुपये का प्रस्ताव रखा था. इस मुद्दे पर कोई भी पक्ष झुकने काे तैयार नहीं था.

पहले सत्र की बैठक बिना किसी सहमति के समाप्त हो गयी. दूसरे चरण की बैठक में दोनों पक्षों ने लचीला रुख अपनाया. प्रबंधन ने 51 हजार रुपये भुगतान का प्रस्ताव रखा. उसका कहना था कि 2.5 हजार रुपये की वृद्धि की जा रही है, दूसरी ओर यूनियन प्रतिनिधियों ने भी 57 हजार रुपये की मांग रखी. उनका कहना था कि वर्ष 2014 में 40 हजार रुपये का भुगतान किया गया था. वर्ष 2015 में 48,500 रुपये का भुगतान हुआ. इस प्रकार साढ़े आठ हजार रुपये की राशि की वृद्धि की गयी. इस वर्ष भी इतनी राशि की वृद्धि की जाये. यह राशि 57 हजार रुपये होती है. दोनों पक्ष अपने-अपने प्रस्ताव पर अड़े रहे. मामला छह हजार रुपये के अंतर पर आकर लटक गया. अंत में यूनियन प्रतिनिधियों ने हड़ताल की धमकी दी. प्रबंधन ने 54 हजार पर हाथ खड़े कर दिये. ठेका श्रमिकों के लिए 8.33 फीसदी भुगतान पर सहमति बनी.

झारखंड में एक लाख से अधिक कर्मचारी : झारखंड में कोल इंडिया की चार कंपनियों में एक लाख से अधिक कर्मी कार्यरत हैं. इसमें बीसीसीएल, सीसीएल, सीएमपीडीआइ शामिल हैं. इसीएल की कुछ खदानें झारखंड के संताल परगना एरिया में संचालित हैं. बैठक में मजदूर यूनियनों की ओर से इंटक से राजेंद्र सिंह, एटक के रमेंद्र कुमार, बीएमएस के पीके दत्ता, सीटू के डीडी रामानंदन व एचएमएस के नाथूलाल पांडेय मौजूद थे. कोल इंडिया प्रबंधन की ओर से निदेशक (पीएंडआइआर) आर मोहन दास, एनसीएल शांतिलता साहू, इसीएल केएस पात्र, बीसीसीएल के बीके पांड़ा, एसइसीएल के डॉ आरएस झा, , सीसीएल के आरएस महापात्र, डब्ल्यूसीएल के डॉ संजय कुमार, एमसीएल के एनएन मिश्र आैर एससीसीएल के निदेशक (पी/एएंडडब्ल्यू) जे पवित्रण कुमार बैठक में शामिल हुए.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें