मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका और भारत पुराने साझीदार रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा के समावेशी समाज विकास की कल्पना को साकार करना दोनों देशों के लोगों का कर्तव्य है. अप्रवासी भारतीयों का अमेरिका के विकास में काफी योगदान रहा है. श्री दास ने बताया कि पिछले 20 माह के दौरान झारखंड की भाजपा सरकार को 23 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. झारखंड आज भारत के पांच व्यापार सुगम प्रदेशों में से एक है.
उन्होंने ऊर्जा के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2020 तक झारखंड 20 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन करने वाला राज्य बन जायेगा. श्री दास ने एनआरआइ उद्यमियों को अगले वर्ष फरवरी माह में रांची में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भाग लेने का न्योता दिया. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार प्रवासियों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करायेगी. मुद्दों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा. मौके पर न्यूयार्क में पदस्थापित भारतीय काउंसिल जनरल रीवा गांगुली दास ने झारखंड सरकार द्वारा निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की. श्री दास को झारखंड में निवेश को बढ़ावा देने के लिए हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया.
अमेरिका से मिले निवेश प्रस्तावों का फॉलोअप कर उनके शीघ्र क्रियान्वयन का प्रयास सुनिश्चित करने को आश्वस्त किया. राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने बताया कि झारखंड निवेश के लिए स्पष्ट नीतियों के साथ तैयार है. विकास आयुक्त अमित खरे ने कहा कि झारखंड परिवर्तन और विकास का नया सोपान रच रहा है. मेक इन इंडिया मिशन को अपनी संपदा और संसाधन के बल पर सफल बनाने में जुटा है. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि झारखंड में विश्व भर के उद्यमियों और निवेशकों के लिए अनुकूल परिस्थिति और बाजार है.