श्री बजाज ने कहा कि भारत सरकार द्वारा उद्योग के विकास की दिशा में शुरू किये गये कार्यक्रमों से उद्यमिता के अवसरों में काफी वृद्धि आई है. युवाओं को इन अवसरों का लाभ उठाना चाहिए. एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर प्रबल कुमार सेन ने रोजगार तथा स्वरोजगार पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि जिनमें साहस और क्षमता होती है, वे स्वरोजगार के माध्यम से काफी आगे बढ़ते हैं. झारखंड फाउंडेशन के आजीविका और प्रबंधन विशेषज्ञ कल्लोल साहा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में काफी संभावनाएं होती हैं, जिनके बारे में सिर्फ ऐसे ही लोग जान पाते हैं, जिनमें कुछ नया करने की समझ और आकांक्षा होती है.
ग्लोबल डेवलपर्स के मार्केटिंग निदेशक फिरोज डी. खान ने झारखंड में उद्यमशीलता के बढ़ते अवसरों की जानकारी दी. मौके पर विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के कई विद्यार्थियों व युवा उद्यमियों ने भाग लिया. संचालन पीएचडी चेंबर के रेसिडेंट मैनेजर जितेंद्र नारायण सिंह व फरहा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन पीएचडी चेंबर के को-चेयरमैन डॉ विष्णु राजगढ़िया ने दिया.