सभा में केंद्र को भेजे गये अध्यादेश के प्रस्ताव को वापस लेने तथा स्थानीय नीति में आदिवासी व क्षेत्रीय भाषा जोड़ने की मांंग की गयी. कहा गया कि सरना महासभा आदिवासी जमीन को बचाने के लिए पूरे झारखंड मे आंदोलन चलायेगा. जनता के बीच जाकर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करेगा. पुतला दहन से पूर्व महासभा के लोगों ने जुलूस भी निकाला.
मुख्यमंत्री व टीएससी की सदस्य गंगोत्री कुजूर के खिलाफ नारेबाजी की. मौके पर पूर्व प्रमुख बुधुवा उरांव, विकास मिंज, राजेश उरांव, अमित उरांव, दिनेश उरांव, सोमरा उरांव, अगस्तुस उरांव, सुनील उरांव, बबलू उरांव, विनोद उरांव, बिगुआ उरांव, बीगल उरांव, चारे भगत सहित अन्य मौजूद थे.