Advertisement
बदलाव का एकमात्र उपाय पौधरोपण
नामकुम : काटे जा रहे जंगल, वाहनों की बढ़ती संख्या तथा प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण पर्यावरण में पिछले दो दशकों में व्यापक बदलाव आया है. यह वैश्विक समस्या है. पर इसके समाधान के लिए हमें अपने घर से ही शुरुआत करनी होगी. जो सिर्फ पौधरोपण से ही संभव है. यह बातें मुख्य निर्वाचन […]
नामकुम : काटे जा रहे जंगल, वाहनों की बढ़ती संख्या तथा प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण पर्यावरण में पिछले दो दशकों में व्यापक बदलाव आया है. यह वैश्विक समस्या है. पर इसके समाधान के लिए हमें अपने घर से ही शुरुआत करनी होगी. जो सिर्फ पौधरोपण से ही संभव है. यह बातें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल ख्यांग्ते ने सोमवार को नामकुम स्थित केजरीवाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड डेवलपमेंट स्टडीज में आयोजित हरियाली कार्यक्रम के दौरान कही.
उन्होंने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि 90 के दशक में जब वे रांची के डीडीसी थे, उस दौरान पंखे की भी जरूरत महसूस नहीं होती थी. मगर अब एसी के बिना लोग नहीं रह सकते हैं. इन बदलावों की जड़ पेड़ों की घटती संख्या है. जिसे हमें हर हाल में बढ़ाना होगा. वहीं पद्मश्री सिमोन उरांव ने पौधरोपण व जल संरक्षण पर जोर देते हुए लोगों से सजग होने की अपील की. कहा कि पेड़ पानी को पकड़ कर रखते हैं, जिससे जलस्तर बना रहता है. अधिक संख्या में लोगों को पौधे लगाना चाहिए. कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण विकास विभाग के विशेष सचिव पारितोष उपाध्याय ने कहा कि झारखंड में वनों का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से कम है, जो चिंता का विषय है.
इसके लिए वनों को घना करने के साथ-साथ सड़कों, रेलमार्गों, संस्थानों तथा घर व आसपास के खाली स्थानों में पौधे लगा कर राष्ट्रीय औसत के लक्ष्य को पाया जा सकता है. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों ने संस्थान के परिसर में आम, अमरूद व लीची के पौधे लगाये तथा उनके संरक्षण की शपथ ली. वहीं विशेष सचिव पारितोष उपाध्याय ने संस्थान के छात्रों व अतिथियों को हरियाली शपथ दिलायी. विशिष्ट अतिथि जेएसडब्ल्यू के निदेशक आरएन चौबे सहित किमी ख्यांग्ते, पवन केजरीवाल, दिवाकर पांडेय व अन्य उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement