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झामुमो केंद्रीय कमेटी की बैठक में बनी रघुवर सरकार को घेरने की रणनीति, स्थानीयता में संशोधन नहीं हुआ, तो 31 से आंदोलन
रांची: स्थानीय नीति में संशोधन नहीं हुआ, तो 31 जुलाई से जिला से लेकर पंचायत स्तर तक आंदोलन किया जायेगा. यह निर्णय मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोरचा (झामुमो) की केंद्रीय समिति की बैठक में लिया गया. विधानसभा परिसर स्थित सभागार में आयोजित इस बैठक में सांगठनिक मुद्दों के साथ-साथ आंदोलन की रणनीति पर भी चर्चा […]
रांची: स्थानीय नीति में संशोधन नहीं हुआ, तो 31 जुलाई से जिला से लेकर पंचायत स्तर तक आंदोलन किया जायेगा. यह निर्णय मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोरचा (झामुमो) की केंद्रीय समिति की बैठक में लिया गया. विधानसभा परिसर स्थित सभागार में आयोजित इस बैठक में सांगठनिक मुद्दों के साथ-साथ आंदोलन की रणनीति पर भी चर्चा हुई.
तय हुआ कि झामुमो कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरेंगे. स्थानीय नीति में संशोधन, भूमि अधिग्रहण और राज्य में आपराधिक घटनाओं के खिलाफ पार्टी सदन से लेकर सड़क तक विरोध करेगी. मॉनसून सत्र में इन मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जायेगा. बैठक की अध्यक्षता पार्टी सुप्रीमो शिबू सोरेन ने की. बैठक में पार्टी विधायक और पदाधिकारी शामिल हुए.
झारखंड में जंगल राज : हेमंत
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्तमान सरकार में आदिवासी, मूलवासी, दलितों और मुसलिमों पर हमले बढ़े हैं. दलित के बच्चे को पुलिस ने बेरहमी से पीट-पीट कर मार डाला. इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर एफआइआर दर्ज होना चाहिए. झारखंड में जंगल राज चल रहा है. रक्षक ही भक्षक हो गये हैं. डीजीपी नक्सलियों को खत्म करने का दावा करते हैं, दूसरी ओर पुलिस के जवान शहीद हो रहे हैं.
आदिवासी-मूलवासी की जमीन लीज पर दे सरकार
उन्होंने कहा कि राज्य में व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए जमीन अधिग्रहण कर रही है. जमीन अधिग्रहण कानून आदिवासी-मूलवासी विरोधी है. सरकार आदिवासी-मूलवासी की जमीन को लीज पर दे. यहां के लोगों को बेदखल करना छोड़े. हेमंत सोरेन ने कहा कि सरकार बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू जैसे वीर सपूतों का शहादत दिवस अलग रूप में मना रही है. झामुमो इन वीरों के शहादत दिवस को दूसरे नाम से मनाने नहीं देगी. इसका भी विरोध किया जायेगा.
रघुवर दास दें इस्तीफा
झामुमो नेता ने कहा कि राज्य में डोभा और तालाब के निर्माण में अनियमितता हो रही है. पानी के लिए डोभा नहीं मौत का डोभा बनाया जा रहा है. हर दिन डोभा में छोटे बच्चे मर रहे हैं. श्री सोरेन ने कहा कि जिस तरह से राज्य में आदिवासी-मूलवासी, दलित और मुसलिम निशाने पर हैं. इनके साथ अत्याचार हो रहा है. ऐसे में इस सरकार के बने रहने का कोई मतलब नहीं है. रघुवर दास को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए.
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