रांची: झारखंड के पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों का बीआइटी मेसरा में इंजीनियरिंग में दाखिला 21 जुलाई को होगा. इसके लिए राज्य के पिछड़ा वर्ग-1 और पिछड़ा वर्ग-2 के स्टूडेंट्स को 17 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन देना होगा.
संस्थान में इंजीनियरिंग के केमिकल इंजीनियरिंग, प्लास्टिक एंड पोलिमर, सिविल, बायोटेक, मेकैनिकल, प्रोडक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, आइटी, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग व कंप्यूटर साइंस में 52 सीटें तय की गयी हैं. बी आर्किटेक्चर के लिए तीन सीटें आरक्षित की गयी हैं.
संस्थान की तरफ से सभी आवेदकों की योग्यता और जेइइ मेंस-2016 की रैंकिंग के आधार पर मेधा सूची तय की जायेगी. मेधा सूची 18 जुलाई को प्रकाशित कर दी जायेगी. 21 जुलाई को काउंसलिंग और एडमिशन की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. नये सत्र के लिए कक्षाएं 27 जुलाई से शुरू कर दी जायेंगी.
एक लाख तक रैंकिंगवाले होंगे योग्य
बीआइटी मेसरा प्रबंधन की ओर से जेइइ मेंस -2016 में कामन रैंक लिस्ट (सीआरएल) के लिए एक लाख तक रैंक लानेवालों को इसके लिए योग्य माना गया है. पिछड़े वर्ग के सफल अभ्यर्थियों को झारखंड से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य शर्तों में से एक रखा गया है. इतना ही नहीं झारखंड राज्य का निवासी होने और जाति प्रमाण पत्र भी एक अप्रैल के बाद निर्गत किया जाना जरूरी किया गया है. इसी तरह बी आर्किटेक्चर के लिए अभ्यर्थियों के लिए 20 हजार तक की रैंकिंग जरूरी की गयी है.