रांची : छोटे व मध्यम उद्योगों को लेकर सरकार को और गंभीर होना होगा. आज छोटी-छोटी चीजों के लिए उन्हें कोर्ट जाना पड़ रहा है. इससे उद्योग प्रभावित हो रहा है. कहीं-न-कहीं संवाद की कमी हो रही है. इसके लिए उनसे समन्वय बनाना होगा.
यह बातें राज्यसभा सदस्य महेश पोद्दार ने शुक्रवार को कोकर औद्याेगिक क्षेत्र स्थित उद्योग भवन के जेसिया सभागार में कहीं. पोद्दार झारखंड स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (जेसिया) के 54वीं वार्षिक आमसभा सह अपने अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि जब नॉलेज सिटी और आइएमएम के लिए जमीन मिल सकती है, तो छोटे उद्योगों के लिए जमीन क्यों नहीं मिल सकती है? इससे भी हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. पॉलिसी मिस्टेक के कारण यह परेशानी हो रही है.
उन्होंने कहा कि जब झारक्राफ्ट के माध्यम से कपड़ा बन सकता है, तो उद्योग विभाग के माध्यम से फर्नीचर क्यों नहीं बन सकता. विभाग को लगता है कि यहां के उद्योग बढ़िया फर्नीचर नहीं बना सकते, तो आखिर इतने सालों से वे क्या कर रहे थे? मौके पर जेसिया के अध्यक्ष योगेंद्र कुमार ओझा, दीपक कुमार मारु, झारखंड चेंबर के अध्यक्ष पवन शर्मा, विनय अग्रवाल, बिकास सिंह, अंजय पचेरीवाल सहित अन्य कई लोग उपस्थित थे.
योगेंद्र ओझा अध्यक्ष, दीपक मारु बने सचिव
जेसिया के वार्षिक आमसभा में एसोसिएशन की नयी कार्यकारिणी का भी गठन सर्वसम्मति से किया गया. योगेंद्र कुमार ओझा दूसरी बार अध्यक्ष बनाये गये हैं. इसी प्रकार एसके अग्रवाल व सुनील कुमार जायसवाल को उपाध्यक्ष, दीपक कुमार मारु को सचिव, रंधीर कुमार शर्मा को संयुक्त सचिव, अंजय पचेरीवाल को कोषाध्यक्ष बनाया गया है. वहीं अमित मित्रा, अरुण कुमार श्रीवास्तव, आयुष खेमका, आदर्श रामसिसरिया, बिनोद कुमार अग्रवाल, बिनोद नेमानी, कुमार अनीश, कनिष्क पोद्दार, कमल कुमार अग्रवाल, रवि टिबड़ेवाल, फिलिप मैथ्यू, प्रवीण कुमार झा, शिशिर कुमार पोद्दार व सिद्धार्थ जायसवाल को एग्जीक्यूटिव कमेटी मेंबर बनाया गया है.