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भगवान बिरसा मुंडा का शहादत दिवस: बिरसा के सपनों को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी : द्रौपदी मुरमू
रांची:बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर झारखंड की राज्यपाल द्राैपदी मुरमू, मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सहित कई लोगों ने समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की़ उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा के सपनों को पूरा करना हम सब की जिम्मेदारी है़ हम इसे पूरा करेंगे़ मुख्यमंत्री ने कहा कि […]
रांची:बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर झारखंड की राज्यपाल द्राैपदी मुरमू, मुख्यमंत्री रघुवर दास और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी सहित कई लोगों ने समाधि स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की़ उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा के सपनों को पूरा करना हम सब की जिम्मेदारी है़ हम इसे पूरा करेंगे़ मुख्यमंत्री ने कहा कि बिरसा मुंडा ने सिर्फ इस राज्य के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए बलिदान दिया़ वे युवाओं के प्रेरणास्रोत है़ं.यह संकल्प लेने का अवसर है कि हम उनके अधूरे सपनों को पूरा करेंगे़.
स्थानीयता नीति रद्द करने की मांग उठायी : झारखंड माइंस एरिया कोऑर्डिनेशन कमेटी (जमैक) के गोपीनाथ घोष, एलिस चेरोवा व अन्य कार्यकर्ताओं ने समाधि स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद स्थानीयता नीति रद्द करने, आदिवासियों की मानव तस्करी व पलायन बंद कराने और धरती आबा की जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग की़ वहीं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के कार्यकर्ताआें ने भी राज्य में आदिवासियों पर हो रहे अन्याय समाप्त करने की आवाज बुलंद की़.
स्थानीय नीति के खिलाफ संघर्ष तेज करेंगे : सीपीआइ (एम) के कार्यकर्ताओं ने समाधि स्थल पर स्थानीय विरोधी स्थानीय नीति के खिलाफ लड़ाई तेज करने का संकल्प लिया़ संकल्प लेने वालों में जिला सचिव सुखनाथ लोहरा, सुभाष मुंडा, बीना लिंडा, कपिल महतो, आदिवासी अधिकार मंच के जिला संयोजक प्रकाश टोप्पो, बुद्धराम उरांव, नेम्हास उरांव, चंपा टोप्पो, थियोफिल, तिर्की, अमित मुंडा, विनोद महतो, अशोक मुंडा, बिरसा मुंडा, इस्माइल लुगुन शामिल थे़.
हड़गड़ी स्थल पर की पूजा, चढ़ाये फूल : मुंडा समाज विकास समिति व भारत मुंडा समाज के लोगों ने सबसे पहले पहुंचकर हड़गड़ी स्थल पर विधिवत पूजा-अर्चना की और हड़गड़ी स्थल, समाधि स्थल व प्रतिमा पर फूल चढ़ाये़ इनमें पूनम सिंह पूर्ति, पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, सुशील कुमार पाहन, पुष्कर पाहन, रामसहाय पाहन, विजय कुमार मुंडा, सुभाष चंद्र मुंडा, चैतन्य कुमार नाग, डॉ सुभाष मुंडा, रूपलक्ष्मी मुंडा, नूतन पाहन, संजू मुंडा, विलासी पाहन, सुषमा मुंडा, रीता मुंडा, प्रभा टोपनो, सुनीता देवी, सावित्री देवी, शशि प्रधान, मनीषा मुंडा, एतवा मुंडा व अन्य शामिल थे़.
आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच व अन्य संगठन : आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के राजू महतो, डाॅ आरपी साहू, अनथन लकड़ा, धर्मदयाल साहू, निशिकांत लकड़ा, अशोक लोहरा, दिनेश महतो, गोपाल महतो,उमेश नजीर, फरजाना, केंद्रीय सरना समिति के संदीप उरांव ने भी समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि दी़ बिरसा मुंडा के दिखाये रास्ते पर चलने की प्रतिज्ञा की़ इसके अतिरिक्त कई अन्य संगठनों से जुड़े लोगों व आम जनता ने भी समाधि स्थल जाकर शोषण व अन्याय के खिलाफ संघर्ष का संकल्प लिया़.
भगवान बिरसा मुंडा के विचारों और सपनों की हो रही हत्या : शहीद बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर गुरुवार को भाकपा माले और आइसा रांची नगर कमेटी ने संकल्प मार्च निकाला. दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शहीद बिरसा मुंडा की समाधि स्थल पर पहुंचकर माल्यार्पण किया. इस मौके पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही झारखंड की जल, जंगल, जमीन, खनिज की कॉरपोरेट लूट के खिलाफ संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया. माले जिला सचिव भुवनेश्वर केवट ने कहा कि बिरसा की हत्या अंगरेजी हुकूमत ने साजिश के तहत कर दी थी. आज देश और अपने सूबे की सरकार बिरसा के सपनों और विचारों की हत्या कर रही है. ब्रिटिश साम्राज्यवादी लूट के खिलाफ बिरसा ने आजीवन संघर्ष किया. उसी विदेशी कॉरपोरेट कंपनियों को झारखंड की जल, जंगल जमीन, खनिज की लूट के लिए अगवानी की जा रही है. इस अवसर पर आइसा नेता अखिलेश, मेघा, एनामुल हक, आनंद केरकेट्टा, विनोद ठाकुर, मोहम्मद सुल्तान, भीम साहु, शांति सेन तिर्की आिद मौजूद थे.
झारखंड आंदोलनों और वीर सपूतों का प्रदेश : हेमंत
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने समाधि स्थल, हड़गड़ी स्थल और प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये. उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासियों और मूलवासियों के असंतोष को लेकर वैसे तबकों से संघर्ष किया, जो उनका शोषण करते थे़ झारखंड आंदोलनों और वीर सपूतों का प्रदेश रहा है़ हम लोगों को उनका हक- अधिकार दिलाने का दायित्व निभाना है़ इस मौके पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी समेत कई झामुमो कार्यकर्ता मौजूद थे़.
बिरसा मुंडा ने आजादी के लिए दिया बलिदान : मरांडी
झाविमो सुप्रिमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बिरसा मुंडा ने देश को आजादी दिलाने के लिए बलिदान दिया़ हमें उनके बताये मार्ग पर चलकर भय, भूख, भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने की जरूरत है़ वे रातू रोड, बिड़ला मैदान में सरना समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे़ इस कार्यक्रम में प्रभुदयाल बड़ाइक, दीपूू सिन्हा, अजय तिर्की, अरविंद मिश्रा, रूपचंद केवट, शांति खलखो, रेणु लकड़ा समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे़.
नकवी और अर्जुन मुंडा ने अर्पित किये श्रद्धासुमन
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने समाधि स्थल जाकर भगवान बिरसा को श्रद्धांजलि दी़ नकवी ने कहा कि बिरसा मुंडा दबे कुचलों की आवाज थे़ वे देशभर के तमाम शोषितों-पीड़तों के प्रेरणा स्रोत है़ं वह उनके शहादत दिवस पर नतमस्तक होकर प्रणाम करने आये है़ं अर्जुन मुंडा ने कहा कि भगवान बिरसा हम सब के लिए महत्वपूर्ण है़ं उन्होंनें लोगों के मूलभूत सवालों को लेकर आंदोलन किया़ लोगों को जल, जंगल, जमीन की लड़ाई के लिए तब संगठित किया, जब संसाधन नहीं थे़ उन्होंने अपने प्राणों की आहुति तक दी़ वह स्वयं संकल्प के साथ नयी ऊर्जा प्राप्त करने के लिए आये है़ं इस अवसर पर डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, जयप्रकाश भल्ला व अन्य भी मौजूद थे़
झारखंड के कण-कण में बिरसा : ताला मरांडी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी ने बिरसा मुंडा की पुण्य तिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की अमरगाथा झारखंड के कण-कण में है. बिरसा मुंडा ने शोषण और अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी. साथ ही समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ भी संघर्ष किया. जिससे उन्हें भगवान का दर्जा प्राप्त हुआ.
मुंडा सभा के सदस्यों ने कोकर स्थित समाधि स्थल पर धरती आबा िबरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी. इनमें बिलकन डांग, सुभाष कोनगाड़ी, विश्राम बागे, अघना डांग, रेव्ह जोन कुंडुलना, विमोला तोपनो सहित अन्य शामिल थे.
आदिवासी सरना महासभा के लक्ष्मी नारायण मुंडा ने कहा कि भगवान बिरसा की प्रतिमा की बेड़ियां काटने की बात बेमानी है़ं ये गुलामी नहीं, संघर्ष की प्रतीक है़ं आखिर ईसाई जगत सलीब पर ईसा मसीह का प्रतीक लेकर क्यों चल रहा है? आदिवासी जन परिषद के अध्यक्ष प्रेमशाही मुंडा ने कहा कि बिरसा मुंडा का सपना अब तक अधूरा है़ नौकरियों से लेकर ठेका-पट्टा तक पर आदिवासियों के अधिकारों का हनन हो रहा है़ जन परिषद की रायमुनी पूर्ती, अभय भुटकुंवर मौजूद थे़
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