पड़ताल. शहर के सारे तालाबों के खतियान की जांच की मांग
नगर आयुक्त ने उपायुक्त को पत्र लिखा
तालाब के दो दावेदार सामने आये
रांची : शहर के तालाबों के सौंदर्यीकरण कार्य के तहत रांची नगर निगम एदलहातू तालाब का गहरीकरण करा रहा है. परंतु अब इस तालाब के मालिकाना हक को लेकर दो-दो व्यक्ति दावा ठोक रहे हैं. तालाब के मालिकाना हक को लेकर नगर आयुक्त प्रशांत कुमार ने उपायुक्त को पत्र भी लिखा है. नगर आयुक्त ने उपायुक्त से रांची शहर में स्थित सभी तालाबों के खतियान की जांच कराने का आग्रह किया है, ताकि अवैध कब्जा होने से तालाबों को बचाया जा सके.
12 मई को अशीत कुमार नामक व्यक्ति ने आकर निगम के जोनल सुपरवाइजर से कहा कि वे तालाब के गहरीकरण काम को बंद करायें, क्योंकि यह तालाब उसका है. उसी दिन शाम में नगर आयुक्त को डॉ आनंद प्रभा बराट ने मैसेज किया कि प्लॉट नंबर 706 व 707 कुल रकबा 2.91 एकड़ उनके दादा जी गिरेंद्र नाथ राय की भूमि है. इसलिए यहां तालाब से मिट्टी कटाई बंद कराया जाये.
उक्त आवेदनों की जब ऑनलाइन खतियान एवं जमाबंदी का अवलोकन नगर आयुक्त ने किया, तो उक्त प्लॉट की ऑनलाइन जमाबंदी जीएन राय के नाम से दिखायी गयी. इसके बाद नगर आयुक्त ने अपर समाहर्ता से प्लॉट की जानकारी मांगी. अपर समाहर्ता ने जब जांच की, तो जमाबंदी नहीं पायी गयी. साथ ही वह प्लॉट खतियान में गैर मजरुआ पाया गया.
बहुमूल्य संपत्ति पर हो रहे ही कब्जे की तैयारी
पंजी-टू में गैर मजरुआ व ऑनलाइन में नाम पाये जाने को नगर आयुक्त ने गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त रांची को पत्र लिखा है. आयुक्त ने लिखा है कि यह राज्य की बहुमूल्य संपत्ति के गबन का मामला है.
इसलिए इसकी विस्तृत जांच की जाये. इस तरह की गड़बड़ी अन्य तालाबों में भी हो सकती है. इसलिए रांची नगर निगम क्षेत्र में जितने भी तालाब हैं, उन तालाबों के खतियान की जांच करायी जाये, ताकि आगे चल कर किसी तरह के इन तालाबों के कागजातों में जमीन दलाल या भू-माफिया हेरफेर न कर सकें.