रांची : डॉ जोनाथन ने कहा कि उक्त विषयों पर झारखंड में निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध बढ़िया काम हुआ है. यूनिसेफ और योजना सह वित्त विभाग द्वारा मिलेनियम डेवलपमेंट गोल विषय पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में बोल रही थी. बीएनआर होटल में आयोजित समारोह में डॉ जोनाथन ने बताया कि एमडीजी के अंतर्गत निर्धारित आठ […]
रांची : डॉ जोनाथन ने कहा कि उक्त विषयों पर झारखंड में निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध बढ़िया काम हुआ है. यूनिसेफ और योजना सह वित्त विभाग द्वारा मिलेनियम डेवलपमेंट गोल विषय पर आयोजित राज्यस्तरीय कार्यशाला में बोल रही थी.
बीएनआर होटल में आयोजित समारोह में डॉ जोनाथन ने बताया कि एमडीजी के अंतर्गत निर्धारित आठ लक्ष्यों पर जिलावार प्रतिवेदन प्रमंडलीय कार्यशाला से लेकर संकलित किया जा रहा है. इस रिपोर्ट के अनुसार रांची व राज्य के कुछ अन्य शहरी क्षेत्रों में प्राथमिक शिक्षा, महिला स्वास्थ्य, गरीबी उन्मूलन व भुखमरी की समस्या के निदान की दिशा में अच्छी प्रगति हुई है. हालांकि उन्होंने आंकड़ों की विश्वसनीयता पर सवाल भी उठाया. कहा कि आंकड़ों की सत्यता की जांच की जानी चाहिए. आंकड़े प्रामाणिक होने पर ही विकास योजनाओं को ठोस दिशा प्रदान की जा सकेगी.
कार्यशाला को योजना एवं वित्त विभाग व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी कार्यशाला को संबोधित किया. उन्होंने बताया कि राज्य के विकास के संदर्भ में एमडीजी का महत्व काफी ज्यादा है. एमडीजी को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंगीकार करने के वर्ष ही झारखंड गठित हुआ था. 15 वर्षों में विभन्नि प्रक्षेत्रों में राज्य की उपलब्धि को दिखाने में यह काफी सहायक होगा. भविष्य की कार्य योजना के लिए भी यह काफी महत्वपूर्ण है.
मौके पर स्वास्थ्य विभाग के उप निदेशक मृत्युजंय प्रसाद सिन्हा, निदेशक मत्स्य राजीव कुमार, विशेषज्ञ हरीश्वर दयाल समेत अन्य ने विषय पर प्रकाश डाला. योजना सह वित्त विभाग की ओर से मेजर केके भगत, संयुक्त निदेशक वीरेंद्र प्रसाद, यूनिसेफ के नोडल पदाधिकारी पांडेय मणि भूषण, गजेंद्रनाथ ओझा, सिद्धार्थ शंकर चौधरी, अमर सिंह, भैया रजनीश रंजन समेत अन्य ने शिरकत की.