शुक्रवार को होटल गंगा आश्रम में मंच के पदाधिकारियों ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. मंच के संयोजक राजू महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में इसी वर्ष स्थानीयता लागू करने की बात कही है. पर इस तरह की बात वो पहले भी कई बार कह चुके हैं. उन्होंने इस मुद्दे पर कोई गंभीर पहल नहीं की है. यह सिर्फ आश्वासन है. वे स्थानीयता के मुद्दे पर आदिवासी-मूलवासी को धोखे में रख रहे हैं. आजम अहमद ने कहा कि बंद की पूर्व संध्या पर 19 मार्च को मशाल जुलूस निकाला जायेगा. मशाल जुलूस शाम पांच बजे से सैनिक मार्केट से अलबर्ट एक्का चौक तक निकाली जायेगी. इस बार गुलेल सेना भी बंद को सफल बनाने के लिए उतरेगी. शीतल अोहदार ने कहा कि 20 मार्च को कारापाल की परीक्षा है. हमलोग परीक्षा नहीं होने देंगे.
Advertisement
20 को झारखंड बंद
रांची : आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के तत्वावधान में स्थानीय नीति लागू करने की मांग को लेकर 20 मार्च (रविवार) को झारखंड बंद का आह्वान किया गया है. मंच के कार्यकर्ता रविवार की सुबह बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरेंगे. शुक्रवार को होटल गंगा आश्रम में मंच के पदाधिकारियों ने संवाददाता सम्मेलन […]
रांची : आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के तत्वावधान में स्थानीय नीति लागू करने की मांग को लेकर 20 मार्च (रविवार) को झारखंड बंद का आह्वान किया गया है. मंच के कार्यकर्ता रविवार की सुबह बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरेंगे.
शुक्रवार को होटल गंगा आश्रम में मंच के पदाधिकारियों ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी. मंच के संयोजक राजू महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में इसी वर्ष स्थानीयता लागू करने की बात कही है. पर इस तरह की बात वो पहले भी कई बार कह चुके हैं. उन्होंने इस मुद्दे पर कोई गंभीर पहल नहीं की है. यह सिर्फ आश्वासन है. वे स्थानीयता के मुद्दे पर आदिवासी-मूलवासी को धोखे में रख रहे हैं. आजम अहमद ने कहा कि बंद की पूर्व संध्या पर 19 मार्च को मशाल जुलूस निकाला जायेगा. मशाल जुलूस शाम पांच बजे से सैनिक मार्केट से अलबर्ट एक्का चौक तक निकाली जायेगी. इस बार गुलेल सेना भी बंद को सफल बनाने के लिए उतरेगी. शीतल अोहदार ने कहा कि 20 मार्च को कारापाल की परीक्षा है. हमलोग परीक्षा नहीं होने देंगे.
सभी जिलों का सहयोग
राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग महासभा द्वारा पिछड़े एवं दलितों के आरक्षण में कटौती को लेकर 18 मार्च को झारखंड बंद के दौरान सभी जिलों से महासभा को सहयोग मिला. यह जानकारी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश यादव ने दी. उन्होंने बताया कि बंदी के दौरान महासभा की ओर से किसी प्रकार का बल या जबरदस्ती का प्रयोग नहीं करने का निर्णय लिया गया था. इसके बावजूद प्रदेश में बंद को समर्थन मिला. बंदी का मुख्य उद्देश्य सरकार और राज्य की जनता को संदेश देना था.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement