Advertisement
आंदोलन: स्थायी करने सहित अन्य मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास घेरने पहुंचे, मनरेगाकर्मियों पर बरसायी लाठियां
रांची: मानदेय वृद्धि व स्थायीकरण जैसी अपनी मुख्य मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहे मनरेगा कमिर्यों पर पुलिस ने जम कर लाठियां बरसायीं. इससे कई मनरेगाकर्मी घायल हो गये. कार्रवाई इतनी त्वरित हुई कि करीब पांच सौ की संख्या में मौजूद मनरेगा कर्मियों से भरी सड़क मिनटों में ही खाली हो गयी. […]
रांची: मानदेय वृद्धि व स्थायीकरण जैसी अपनी मुख्य मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहे मनरेगा कमिर्यों पर पुलिस ने जम कर लाठियां बरसायीं. इससे कई मनरेगाकर्मी घायल हो गये. कार्रवाई इतनी त्वरित हुई कि करीब पांच सौ की संख्या में मौजूद मनरेगा कर्मियों से भरी सड़क मिनटों में ही खाली हो गयी. इस दौरान राजभवन के समक्ष खड़े एक अॉटो का शीशा भी पुलिसिया कार्रवाई में टूट गया. पास ही ठेले पर फल बेच रहे फलवाले का संतरा व अन्य फल भागती भीड़ के कारण गिर गये. कुछ मनरेगा कमिर्यों ने पुलिस के ऊपर संतरे भी फेंके.
बंधु का भी विरोध : झाविमो नेता बंधु तिर्की ने भी घटना का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने आठ मार्च को धूमधाम से महिला दिवस मनाया, पर बुधवार को महिला मनरेगा कर्मियों पर लाठियां बरसायी गयी. उन्होंने सरकार से पुलिस-प्राससन के दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा : पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई के बाद मनरेगा कर्मचारी संघ ने राज्य भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है. संघ के अध्यक्ष बसंत सिंह ने कहा है कि दंडाधिकारी ने बगैर चेतावनी व पूर्व सूचना के मनरेगा कर्मियों पर लाठीचार्ज कराया है. उन्होंने दंडाधिकारी पर फायरिंग का आदेश देने के अारोप लगाये हैं तथा उन्हें निलंबित करने की मांग की है. संघ ने प्रस्तावित हड़ताल को सशक्त बनाने के लिए सभी प्रमंडलों में अाम सभा की तिथि की घोषणा की है. रांची में 11 मार्च, पलामू में 13 मार्च, कोल्हान में 15 मार्च, हजारीबाग में 17 मार्च तथा संतालपरगना में 18 मार्च को सभा होगी.
संघ के पदाधिकारी व दंडाधिकारी में हुई बकझक
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के बैनर तले राज्य भर से पहुंचे मनरेगा कर्मी राजभवन की अोर से सीएम आवास जा रहे थे. राजभवन के मुख्य द्वार से गुजरते मनरेगा कर्मियों को पुलिस ने वहीं रोक दिया. इस पर मनरेगा कर्मी सड़क पर बैठ गये. इसके बाद पुलिस ने उनसे कहा कि वे अपने प्रतिनिधि को भेजें, जो वहां मौजूद दंडाधिकारी से बात करेंगे. तब संघ की अोर से इसके पदाधिकारी बात करने के लिए अागे अाये. बातचीत के दौरान संघ के पदाधिकारियों व पुलिस-प्रशासन के लोगों के बीच तल्खी बढ़ने लगी. इसी बीच करीब डेढ़ बजे पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. इसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गयी. भागते मनरेगा कमिर्यों की धक्का-मुक्की में कुछ महिला कर्मी भी सड़क पर गिर गयीं. दो-तीन महिला कर्मी अपने छोटे बच्चों को गोद में लिये वहां पहुंची थी. पुलिस ने उन्हें किनारे कर दिया.
विधानसभा में उठा मामला
जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सदन में कहा कि पुलिस के हमले से करीब 40 मनरेगाकर्मी घायल हो गये. उन्होंने सरकार से कार्रवाई की मांग की. तब सदन के सभापति आलमगीर आलम ने ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा से पूरे मामले को देखने को कहा. इस पर मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement