इस बात की जानकारी आरंभिक जांच में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों को मिली है. आरंभिक जांच में जो बातें सामने आयी है, उसके अनुसार नाजिर नवलेश बैंक जाकर रैयतों को मिलने वाला रुपये निकालता था. रैयतों से मुआवजा देने के नाम पर कमीशन भी लेता था. एसीबी ने जांच के दौरान एक बैंक का सीसीटीवी फुटेज भी हासिल किया है, जिसमें नवलेश कुमार का फोटो आया है. फुटेज में नवलेश को झोला में रुपये भर कर बैंक से बाहर निकलते देखा जा सकता है. जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के नाम पर रैयतों से कमीशन लेने की बात भी पूछताछ के दौरान नवलेश ने एसीबी के अधिकारियों के समक्ष स्वीकार की है. लेकिन जब शारदानंद से मामले में एसीबी के अधिकारियों ने पूछताछ की, तब उन्होंने बताया कि मुझे इस बात की जानकारी थी कि नवलेश मेरे नाम पर रैयतों से कमीशन ले रहा है.
एसीबी के अधिकारियों को इस बात की जानकारी भी मिली है कि मुआवजा घोटाले के पीछे कुछ सीनियर अधिकारी भी शामिल हैं. जिनकी संलिप्तता पर आगे जांच की जा रही है. इसके अलावा मुआवजा घोटाले से प्राप्त राशि किन- किन अफसरों के बीच बांटी जाती थी, इसके बारे भी जानकारी एकत्र की जा रही है.