रांची: रांची जिला अंतर्गत प्रखंडों में गर्भवती महिलाओं के लिए चलाये जा रहे पोषाहार कार्यक्रम में की जा रही लापरवाही पर उपायुक्त विनय कुमार चौबे ने नाराजगी जतायी है. उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी केंद्र व प्रखंड में चल रही विभिन्न योजनाओं का नियमित रूप से निरीक्षण करें एवं उसका फोटोग्राफ ले कर मुख्यालय में उपलब्ध करायें.
उपायुक्त चार दिसंबर को समाहरणालय में स्वास्थ्य व समाज कल्याण विभाग की समीक्षा कर रहे थे. बैठक में उपायुक्त ने पाया कि पोषाहार कार्यक्रम में लाभार्थियों की संख्या व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दर्ज महिलाओं की संख्या में काफी अंतर है. सभी केंद्रों में पदस्थापित चिकित्सकों से संयुक्त रूप से मिलकर इस अंतर को अविलंब दूर करने का आदेश दिया गया.
बैठक में बुढ़मू प्रखंड के चिकित्सक से कुछ दिन पूर्व ऑपरेशन के दो दिन के बाद रिम्स पहुंचने से पहले महिला की मौत होने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही पोस्टमार्टम की रिपोर्ट देख कर मृत्यु का कारण बताने के लिए भी कहा गया. उपायुक्त ने इस मामले में चिकित्सक को पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी तुरंत नहीं लेने पर फटकार लगायी.
बैठक में बताया गया कि समाज कल्याण कार्यक्रम रांची द्वारा स्वामी विवेकानंद नि:शक्त प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत रांची में कुल 11 हजार 447 लाभुकों पर दो करोड़ 82 लाख रुपये खर्च किये गये हैं. उपायुक्त ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत सभी लाभार्थियों का चयन करने का आदेश दिया. ताकि फरवरी तक उन्हें लाभ दिया जा सके. बैठक में डीडीसी संत कुमार वर्मा सहित सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी आदि मौजूद थे.