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बंग साहित्य सम्मेलन: राष्ट्रपति करेंगे उदघाटन

रांची: राजधानी रांची में निखिल भारत बंग साहित्य का 88वां सम्मेलन 10 जनवरी से शुरू होगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस सम्मेलन का उदघाटन करेंगे. सुबह आठ बजे प्रभात फेरी निकाली जायेगी. इसके बाद झंडोत्तोलन भी होगा. इसमें अतीत व वर्तमान में बंग साहित्य की भूमिका के अलावा कई अन्य विषयों पर चर्चा होगी. इस सम्मेलन […]

रांची: राजधानी रांची में निखिल भारत बंग साहित्य का 88वां सम्मेलन 10 जनवरी से शुरू होगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी इस सम्मेलन का उदघाटन करेंगे. सुबह आठ बजे प्रभात फेरी निकाली जायेगी. इसके बाद झंडोत्तोलन भी होगा. इसमें अतीत व वर्तमान में बंग साहित्य की भूमिका के अलावा कई अन्य विषयों पर चर्चा होगी.
इस सम्मेलन में झारखंड के अलावा शिलांग, मेघालय, असम, त्रिपुरा, केरल व मणिपुर के अलावा अन्य प्रदेशों के बंग साहित्यकार हिस्सा ले रहे हैं. कार्यक्रम की संयोजक डॉ पंपा सेनविश्वास ने बताया कि सम्मेलन में जानेमाने गायक विजय महतो झुमुर गान पेश करेंगे. निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन कई राज्यों में हुए. इनमें कई बार सभापति के तौर पर प्रणब मुखर्जी शामिल हुए.
तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे. मशहुर नृत्य नाटिका चित्रांगदा का मंचन भी होगा. यह कार्यक्रम टैगोर सोसाइटी की ओर से होगा. बांग्ला बैंड अावृत्ति, बाउल संगीत भी होगा. इसके अलावा रवींद्र संगीत, नजरूलगीत व लोकगीत का भी कार्यक्रम होगा.
ये साहित्यकार हिस्सा लेंगे
जवाहर सरकार, सुमन मुखर्जी, अरिंदम राय चौधरी, सत्यम राय चौधरी, विप्लव बोस, कृष्णेंदु घोष, देव पत्रिका का संपादक हर्ष दत्त, तिलोत्तमा मजुमदार, चैताली मुखर्जी, पं श्यामा प्रसाद मुखर्जी, डॉ झुमुर सेनगुप्ता, शंकर राय समेत कई साहित्यकार हिस्सा लेंगे.
इन विषयों पर होगी चर्चा
बांग्ला नाटक, चलचित्र व दूरदर्शन में बंगला का प्रभाव, बंगला के साथ अन्य भाषाओं का मेल, सामाजिक गठन में संवाद पत्र का दायित्व, बंगला साहित्य में संगीत का स्थान, बंगला साहित्य और विवेकानंद आदि विषय शामिल हैं.

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