बुंडू. यूं तो बाजार में सैरेलेक इत्यादि कई प्रकार के डिब्बाबंद बेबी फूड बिक रहे हैं, लेकिन वे काफी महंगे हैं. गरीब माता-पिता के लिए अपने बच्चों को इसे खरीद कर खिला पाना एक सपना है. इसी को ध्यान में रखते हुए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की नौवीं कक्षा की पुष्पा कुमारी एवं 11 वीं कक्षा की दीपिका कुमारी ने एक ऐसा बेबी फूड बनाया है, जो हमारे घरों के आसपास पायी जानेवाली खाद्य सामग्री और वनस्पतियों से बना है और काफी सस्ता है.
छात्राओं ने इसे भूने हुए गेंहू, मूंग दाल, मूंगफली, सोयाबीन, गुड़, तुलसी पत्ता, सहजन, आंवला, अजवाईन, हल्दी इत्यादि को मिला कर बनाया है. इससे बने एक किलोग्राम बेबी फूड की कीमत मात्र 58 रुपये है. यह बेबी फूड सभी प्रकार के प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, कैरोटीन, थियामीन, मियासीन, फॉलिक एसिड एवं बिटामिन सी से भरपूर है.
यहां तक कि एक चम्मच बेबी फूड में कुल 1.5 ग्राम प्रोटीन, सात ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.5 ग्राम वसा के साथ सभी प्रकार के बिटामिन एवं कैल्सियम इत्यादि कैलकुलेट किये गये हैं. प्रोजेक्ट को झारखंड स्टेट इम्पायर अवार्ड के तहत राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में आइआइटी दिल्ली के लिए चुना गया है, जो अगामी छह दिसम्बर को दिल्ली में होगी. विद्यालय की चुनी गयी छात्राओं के आने-जाने के लिए ट्रेन टिकट एवं मॉडल बनाने के लिए राशि प्राप्त हो चुकी है. मॉडल के मार्गदर्शक शशिकांत मिश्रा ने दावा किया है कि इस बेबी फूड को बनने से कुपोषण से लड़ने में समाज को सहायता मिलेगी.