रांची: इंडियन साइकियाट्रिक सोसाइटी (आइपीएस) के इस्ट जोन के सेमिनार में राज्यपाल डॉ सैयद अहमद ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मन का होना जरूरी है. सेल के सभागार में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार में उन्होंने कहा कि लोगों के मन को स्वस्थ रखने की जिम्मेदारी सीआइपी और रिनपास जैसी संस्थानों पर है. आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी मनोरोगी बढ़ रहे हैं. इसका कारण देश के सामाजिक ढांचे में व्यापक बदलाव है.
ग्रामीण इलाकों में भी घरेलू हिंसा और आत्महत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं. सोसाइटी के सचिव डॉ अरुण कुमार मल्लिक ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य एक्ट में बदलाव संबंधी बिल विचाराधीन है. बिल उचित नहीं है. इसमें संशोधन की जरूरत है. सरकार को मनोरोग के पेशे से जुड़े लोगों से बात कर एक्ट में संशोधन लाना चाहिए. सीआइपी के निदेशक डॉ डी राम ने कहा कि घरेलू हिंसा से हर साल 16 लाख लोगों की मौत होती है. इसमें 15 से 45 साल के लोग ज्यादा हैं. इसे रोकने में मनोरोग के पेशे से जुड़े लोगों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है. इस मौके पर डॉ संजीव दत्ता, डॉ एसके देवरी, डॉ टी सुधीर ने भी अपने विचार रखे. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनिल कुमार ने किया.तकनीकी सत्र का उद्घाटन मेकन के सीएमडी एके त्यागी ने किया.
डॉ एलपी वर्मा अवार्ड डॉ गोपाल को
ओडिशा के डॉ गोपाल कृष्ण कर को डॉ एलपी वर्मा मेमोरियल अवार्ड दिया गया. बेस्ट पेपर का अवार्ड डॉ रौशन खनंदे, लीलावती भोलानाथ अवार्ड डॉ साई कृष्ण तिग्गा तथा सिद्धार्थ मेमोरियल अवार्ड डॉ रजनी गुहा को मिला.