रांची: गोड्डा की अजमसिया विधवा है. वह पैसे के अभाव में अपनी बेटी का दाखिला इंटर में नहीं का पा रही है. उसे विधवा पेंशन भी नहीं मिल रही है. वर्ष 1998 से वह पेंशन के लिए डीसी के दरबार में दौड़ लगा रही है. डीसी कार्यालय में कभी कागजात, तो कभी पहचान पत्र के नाम पर उसका आवेदन रिजेक्ट होता रहा. अजमसिया अपनी समस्या लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय में मंत्री लुईस मरांडी के जनता दरबार में आयी हुई थी. मंत्री ने अजमसिया की बात सुन तत्काल गोड्डा डीसी को फोन लगाया. उन्होंने डीसी को फटकारते हुए कहा कि एक महिला, वह भी विधवा के साथ कहीं ऐसा बर्ताव किया जाता है. उन्होंने दो दिनों में अजमसिया को विधवा पेंशन देने का अादेश दिया.
मुखिया पति ने हत्या करायी: विश्रामपुर की तारा देवी ने मंत्री को बताया कि बधनुवा पंचायत की मुखिया सहोदरी देवी के पति सूरज देव यादव ने उसके पति चंद्रिका सिंह की हत्या करा दी. पुलिस इस मामले में कुछ नहीं कर रही है. मंत्री ने तत्काल पलामू एसपी को फोन किया और इस मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
सेवानिवृत्त सैनिक हुआ बेघर: सेवानिवृत्त सैनिक एसएन प्रसाद ने मंत्री से शिकायत की है कि कांके रोड के सर्वोदय नगर में उनका आवास है. वे अकेले रहते हैं. पुत्र बाहर नौकरी करता है. कुछ दबंगों ने जबरन उनके आवास पर कब्जा कर लिया और उनके सामान को बाहर फेंक दिया है. अब वे राजभवन के पास स्थित शेड में शरण लिये हुए हैं. मंत्री ने इस मामले में रांची के एसएसपी को फोन कर कार्रवाई का निर्देश दिया.
कुछ भी काम दिला दो मैडम: कुड़ू की अनिता कुमारी ने मंत्री के अागे काम दिलाने की फरियाद लगायी. उसने बताया कि उसके पिता लकवाग्रस्त हैं. वह मैट्रिक पास है, पर कोई काम नहीं मिल रहा है. कुछ भी काम दिला दें, झाड़ू-पोछा भी कर लेंगे. उसी दौरान पीआरडी की पल्लवी ने कहा कि पीआरडी में एक सफाईकर्मी की जरूरत है. मंत्री ने तत्काल उसे काम करने का निर्देश दिया.
वकील ने लगायी फरियाद: रांची के कैलाश नगर निवासी वकील रामनारायण प्रसाद अदालत से निराश होकर मंत्री के पास न्याय दिलाने की फरियाद लेकर आये. उन्होंने मंत्री से कहा कि उनका साला सतीश चंद्र गुप्ता रांची विश्वविद्यालय में डीएसडब्ल्यू हैं. उन्होंने उनके पुत्र को कब्जे में रखा हुआ है. बच्चे का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवा लिये हैं. पत्नी की संपत्ति भी हड़प ली है. मंत्री ने इस मामले को सीआइडी के हवाले करने का आदेश दिया है.
सिस्टम में कहीं न कहीं गड़बड़ी है : मंत्री
मंत्री के जनता दरबार में 46 फरियादी आये हुए थे. मंत्री ने बारी-बारी से सबकी समस्या सुनी. जमीन के मामलों पर मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी डीसी को जमीन के मामलों के लिए जनता दरबार लगाने का निर्देश दे दिया है. नियुक्ति से संबंधित मामले भी आये. कुछ लोग आर्थिक मदद मांग रहे थे. मंत्री ने कहा कि संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया है. मंत्री ने कहा कि लोगों का विश्वास जनता दरबार पर बढ़ा है. फिर भी यदि यहां तक लोग आ रहे हैं, तो सिस्टम में कहीं न कहीं गड़बड़ी है, इसे ठीक करना होगा.