रांची आने पर डॉ प्रियंका ने कहा कि चिकित्सा समाज एवं गरीबों की सेवा के लिए अच्छा माध्यम है. अवार्ड से उन्हें अौर बेहतर काम करने की प्रेरणा मिलेगी.
मेडिकल की पढ़ाई पूरी करने के बाद डॉ प्रियंका ने 2009 से 2011 तक दिल्ली के एक निजी अस्पताल में चीफ मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्य किया. 2011 से वे रांची में मातृ शिशु मंगल क्लिनिक में मेडिकल सुपरिटेंडेट के पद पर कार्यरत हैं. आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए इन्होंने अपने चिकित्सा केंद्र में कई तरह की सुविधाअों को नि:शुल्क रखा है. इनके द्वारा आठ अक्तूबर को कन्या पाठशाला डोरंडा में छात्राअों के लिए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जायेगा.