रांची: राज्य में सरकार गठन का रास्ता आसान नहीं है. कांग्रेस आलाकमान के एजेंडे में राज्य में सरकार गठन का मामला प्राथमिकता में नहीं है. कांग्रेस पूरे मामले को टाल रही है. प्रदेश के नेता सरकार को लेकर पसीना बहा रहे हैं, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व दूसरी गुत्थियां सुलझाने में व्यस्त है.
आगामी चुनाव में कांग्रेस के सामने गंठबंधन की पेंच है. झाविमो और झामुमो के बीच कांग्रेस उलझी है. झामुमो के साथ कांग्रेस का भावी चुनावी गंठबंधन बिना सरकार के संभव नहीं है. झामुमो और कांग्रेस के बीच बनते-बिगड़ते रिश्ते में एक कोण झाविमो का भी है.
कांग्रेस का एक खेमा खास कर दिल्ली के आला नेता झाविमो के साथ गंठबंधन के पक्ष में है, लेकिन इसका रास्ता तभी खुलेगा, जब राज्य में सरकार गठन की कवायद पर विराम लगे. कांग्रेस दिल्ली दरबार को विधानसभा से कहीं ज्यादा लोकसभा चुनाव की चिंता है. इसलिए इसके नफा-नुकसान पर मंथन कर रही है.