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माइिनंग कांट्रेक्ट पर साइन करो, नहीं तो अंजाम भुगतो

,रांची: खुद को गैंगस्टर ब्रजेश सिंह का भतीजा बतानेवाले वीर प्रताप सिंह ने रांची के आयरन अोर कारोबारी पद्म जैन और उनके बेटे आनंद जैन को धमकी दी है. वीर प्रताप सिंह खनन कार्य का कांट्रेक्ट चाहता है. इसके लिए उसने पद्म जैन को एग्रीमेंट पेपर पर हस्ताक्षर करने का दबाव डाला. हस्ताक्षर नहीं करने […]

,रांची: खुद को गैंगस्टर ब्रजेश सिंह का भतीजा बतानेवाले वीर प्रताप सिंह ने रांची के आयरन अोर कारोबारी पद्म जैन और उनके बेटे आनंद जैन को धमकी दी है. वीर प्रताप सिंह खनन कार्य का कांट्रेक्ट चाहता है. इसके लिए उसने पद्म जैन को एग्रीमेंट पेपर पर हस्ताक्षर करने का दबाव डाला. हस्ताक्षर नहीं करने पर उनके बेटे आनंद जैन की कार पर हमला किया. वीर प्रताप सिंह खनन कार्य हासिल करने के लिए पद्म जैन और उनके बेटे को फोन पर लगातार धमकी दे रहा है. आनंद जैन के आवेदन पर बरियातू पुलिस ने शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज कर ली है. पद्म जैन व उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है. घर पर हाउस गार्ड अौर परिजनों की सुरक्षा में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है.
24 जुलाई को पहली बार मिली थी धमकी : जान
कारी के अनुसार, 24 जुलाई को 15-16 लोग आनंद जैन के कार्यालय (रतनलाल कंपाउंड, मेन रोड) पहुंचे. इनमें पांच-छह लोग हथियार से लैस थे. एक ने आनंद जैन से कहा कि हमें माइनिंग कार्य में खनन कांट्रेक्ट चाहिए. जब आनंद जैन ने उसे बताया कि यह काम उनके पिता पद्म जैन देखते हैं, तो उस व्यक्ति ने कहा कि जल्दी उनसे मीटिंग कराईये, नहीं तो अंजाम बुरा होगा. फिर वे लोग अनंद जैन का मोबाइल नंबर लेकर चले गये. इसके बाद 27 जुलाई को मोबाइल नंबर-7377548467 से कॉल आया. कॉल करनेवाले ने खुद को ब्रजेश सिंह का भतीजा वीर प्रताप सिंह बताया और गाली देते हुए कहा कि अपने पिता से बात क्यों नहीं करायी? हम इसका अंजाम बताते हैं.
माइनिंग एजेंट पर किया हमला : 27 जुलाई की धमकी के बाद पद्म जैन के माइनिंग एजेंट नीरज शर्मा पर ओड़िशा के बरबिल थाना क्षेत्र में हमला किया गया. वहां प्राथमिकी दर्ज करायी गयी.

इस हमले के बाद 29 जुलाई को आनंद जैन को फोन कर बताया गया कि नतीजा देख लिया? अब अपने पिता से बात कराओ. इसके बाद आनंद जैन ने मामले की जानकारी अपने पिता पद्म जैन को दी. वीर प्रताप ने पद्म जैन से मीटिंग फिक्स करने की बात करके फोन रख दिया गया. बाद में हर एक-दो दिन पर जैन परिवार के पास धमकी भरा कॉल आने लगा. वीर प्रताप सिंह बार-बार उन्हें धमकी देता रहा.
अगवा करने की कोशिश की
21 अगस्त की रात अानंद जैन अपनी कार से बीएनआर होटल से लौट रहे थे. बरियातू रोड में पोद्दार निकेतन के पास एक स्कॉरपियो पर सवार 6-7 लोगों ने ओवरटेक कर उन्हें रोका. रड से कार के सामने का शीशा तोड़ दिया. ड्राइविंग सीट की तरफ का शीशा तोड़ कर रड से आनंद के दाहिने हाथ पर वार किया. आनंद के मुताबिक, उन्हें ऐसा लग रहा था िक अपराधी उनका अपहरण करना चाह रहे थे. इस दौरान पीछे से कई गाड़ियां आ गयी. वे लोग करीब 100 मीटर आगे जाकर रुक गये. आनंद पुलिस सुरक्षा में घर पहुंचे.
नौ अगस्त को दिया कांट्रेक्ट पेपर
वीर प्रताप ने एक दिन फोन कर पद्म जैन को बोकारो के होटल में बुलाया. पर पद्म जैन ने बोकारो जाने में असमर्थता जतायी, तब नौ अगस्त को होटल कैपिटल हिल में मीटिंग तय हुई. नौ अगस्त की शाम 4.30 बजे वीर प्रताप सिंह ने होटल में मीटिंग की और कांट्रेक्ट पेपर देते हुए कहा कि कुछ बदलाव करना है, तो कर लें, पर जल्दी एग्रीमेंट कर लीजिये. इसी में भलाई है. इसका वीडियो क्लीपिंग भी है. इसके बाद 21 अगस्त को वीर प्रताप सिंह ने फोन कर धमकी दी कि अभी तक कुछ नहीं किया है. अब बताते हैं.

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