रांची: राजधानी की एक भी सड़क की स्थिति नहीं सुधरी. बरसात भर तो सड़क खराब ही रही. दुर्गा पूजा में भी इसे नहीं बनाया गया. पोट पैच तक नहीं किया गया. टूटी सड़कों से होकर श्रद्धालु मां दुर्गे का दर्शन करने जा रहे हैं.
वे सड़क के हाल को कोसते नहीं थक रहे थे. पंडाल देखने निकले रातू निवासी डॉ सत्यप्रकाश व अनुज कुमार ने कहा कि पहली बार रांची की सड़क की इतनी बदहाल स्थिति देखी. जिधर जाइए, गड्ढे में पैर घुसेगा. 10 -15 साल में इतनी खराब सड़क कभी नहीं देखी.
आंख नहीं खुली सरकार की
पथ निर्माण विभाग, नगर निगम व सड़कों का रख-रखाव या निर्माण करनेवाली एजेंसी की आंखें नहीं खुली. विभिन्न माध्यमों से बार-बार उन्हें बताया जा रहा था कि सड़कों की हालत काफी खराब है. बड़े नेता व अफसर भी इन्हीं सड़कों से होकर गुजर रहे थे. फिर भी उन्होंने इसके निर्माण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया.