उन्हें औरंगाबाद जाना है. सफर सिर्फ चार घंटे का है,पर इंतजार चार दिन से हो रहा है. मेदिनीनगर से पटना, छतरपुर,औरंगाबाद, हरिहरगंज जाने वाली बसें नहीं चल रही हैं. इस बीच एनएच मंडल के अधिकारियों ने दावा किया था कि जल्द ही आवागमन बहाल हो जायेगा, लेकिन रविवार को भी आवागमन बहाल नहीं हो सका. एनएच-98 पर स्थित बाना गांव के पास डायवर्सन बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है. पर दुर्गावती नदी व राजहरा की लब्जी नदी का डायवर्सन बनाने का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है. दुर्गावती पर तो काम तेजी गति से चल रहा है, लेकिन लब्जी में डायवर्सन बनाने का जो काम चल रहा है, उसमें मुश्किल दो-तीन मजदूर ही लगे हैं. ऐसे में यह कार्य कब तक पूरा होगा, यह भी एक बड़ा सवाल है.
यद्यपि एनएच के मुख्य अभियंता सुरेंद्र पांडेय टीम के साथ वहां कैंप कर रहे हैं. मुख्य अभियंता श्री पांडेय का कहना है कि रविवार की रात तक आवागमन बहाल हो जायेगा. इसकी पूरी उम्मीद है. विभाग पूरी सक्रियता के साथ इसमें लगा है. मालमू हो कि मेदिनीनगर-औरंगाबाद मार्ग पर आवागमन बाधित रहने के कारण पलामू का संपर्क बिहार से टूटा है. इसका कोई वैकल्पिक मार्ग भी नहीं है. इस कारण बिहार के साथ-साथ पलामू होकर छत्तीसगढ, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश जाने में भी परेशानी है. क्योंकि इसी एनएच से होकर इन प्रदेशों में भी वाहन जाते थे. वाराणसी जाने वाली यात्री बसें भी नहीं चल रही हैं. दुर्गावती नदी डायवर्सन पर एनएच-75 के अधीक्षण अभियंता विनय प्रकाश, कार्यपालक अभियंता विनोद राम, सहायक अभियंता दिवेश बहादुर आनंद कैंप किये हुए हैं.