जमशेदपुर/रांची. पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि आजसू पार्टी के विधायक कमल किशोर भगत मामले में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करते हुए फिर से न्यायिक जांच करानी चाहिए. केंद्र ने यदि हस्तक्षेप नहीं किया, तो झारखंड आंदोलन से जुड़े 50 हजार से अधिक लोगों के सामने कानूनी समस्या उत्पन्न हो जायेगी. श्री बेसरा ने कहा कि वे कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं. यह एक कानूनी प्रक्रिया है. इस मामले में यदि आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने पूर्व में थोड़ी दिलचस्पी दिखायी होती, तो शायद आज यह नौबत नहीं आती. बुधवार को सर्किट हाउस में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री बेसरा ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों के साथ 13 मई 1989 को तत्कालीन गृह मंत्री बूटा सिंह के साथ हुई वार्ता में तय किया गया था कि आंदोलनकारियों पर दर्ज सभी मामले वापस लिये जायेंगे. झारखंड की बागडोर संभालनेवाले पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 3500 मामलों को वापस कर ईमानदारी का परिचय दिया था, लेकिन इस मामले में क्यों शिथिलता बरती गयी.
कमल किशोर भगत मामले में केंद्र करे हस्ताक्षेप : बेसरा
जमशेदपुर/रांची. पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा ने कहा कि आजसू पार्टी के विधायक कमल किशोर भगत मामले में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करते हुए फिर से न्यायिक जांच करानी चाहिए. केंद्र ने यदि हस्तक्षेप नहीं किया, तो झारखंड आंदोलन से जुड़े 50 हजार से अधिक लोगों के सामने कानूनी समस्या उत्पन्न हो जायेगी. श्री बेसरा […]
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