रांचीः खलारी में पुलिस संरक्षण के बीच कोयले का अवैध कारोबार होता है. कोयले के अवैध कारोबारियों को खलारी थाना की गश्ती पार्टी का संरक्षण प्राप्त है. पुलिस के सहयोग से कारोबारी पहले अवैध तरीके से कोयले का उत्खनन करते हैं, फिर कोयले को ट्रक पर लोड कर बिक्री के लिए भेज देते हैं. इस बात का खुलासा एसएसपी साकेत सिंह के निर्देश पर खलारी इंस्पेक्टर द्वारा तैयार रिपोर्ट से हुआ है. इंस्पेक्टर ने रिपोर्ट एसएसपी के पास भेज दी है.
इंस्पेक्टर ने वर्तमान में इसके लिए खलारी थाने में पूर्व में पदस्थापित जमादार राम नरेश केवट को दोषी पाया है. इंस्पेक्टर ने रिपोर्ट में लिखा है कि अवैध कोयला के कारोबार से जुड़े लोगों से रामनरेश केवट संपर्क में थे. जमादार को पहले ही निलंबित किया जा चुका है.
क्या था मामला
खलारी बाजार स्थित एकेटी पेट्रोल पंप के पास से पुलिस ने 16 मई 2013 को सात टन अवैध कोयले से लदे दो ट्रकों को पकड़ा था. पुलिस ने इस मामले में बालूमाथ निवासी केदार साव को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर लोडिंग साइड मनू टांड़ से 20 टन कोयला जब्त किया गया. इस मामले में खलारी थाने में केदार साव, दोनों ट्रकों के चालकों, मालिक चेतलाल राम, जनक साव एवं बालेश्वर महतो के खिलाफ कांड संख्या 52/13 के अंतर्गत मामला दर्ज है. इसकी जांच इंस्पेक्टर कर रहे थे.
क्या पाया गया जांच में
खलारी इंस्पेक्टर ने जांच में पाया कि 16 मई को मनू टांड़ से अवैध रूप से कोयले की लोडिंग ट्रक पर की जा रही थी, लेकिन जब कुछ ग्रामीण वहां पहुंचे, तब ट्रक चालक आधा लोड कोयला लेकर ट्रक सहित भाग खड़े हुए. इसे ट्रक चालकों ने ले जाकर डकरा पेट्रोल पंप के पास खड़ा कर दिया. कोयला कारोबारियों के संपर्क में राम नरेश केवट थे. इसी बीच राम नरेश केवट को सूचना मिली कि कोयला लदा ट्रक डकरा पेट्रोल पंप के पास खड़ होने की जानकारी वरीय पुलिस अधिकारियों को मिल गयी है. तब उन्हें अवैध कोयले से लटे ट्रकों को वहां से हटवा कर एकेटी पेट्रोल पंप के पास लगवा दिया.