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साइंस के टॉपरों को सम्मानित किया जायेगा
विज्ञान व प्रावैधिकी परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा रांची में साइंस सिटी बनाने के लिए जमीन आवंटित करने का निर्देश रांची : जैक की 10वीं एवं 12 वीं की परीक्षा में विज्ञान विषयों में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले तीन-तीन विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जायेगा. ये पुरस्कार आर्यभट्ट, श्रीनिवास रामानुजन एवं सर जगदीश […]
विज्ञान व प्रावैधिकी परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा
रांची में साइंस सिटी बनाने के लिए जमीन आवंटित करने का निर्देश
रांची : जैक की 10वीं एवं 12 वीं की परीक्षा में विज्ञान विषयों में अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले तीन-तीन विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जायेगा. ये पुरस्कार आर्यभट्ट, श्रीनिवास रामानुजन एवं सर जगदीश चंद्र बसु के नाम पर होंगे. इसके अलावा राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रोत्साहन कार्यक्रम शुरू किया जायेगा. इसके अंतर्गत कक्षा छह से 12 तक के विद्यार्थियों को वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए पुरस्कृत किया जायेगा. इसके लिए रांची में राज्यस्तरीय बाल वैज्ञानिक संगम आयोजित किया जायेगा. मुख्यमंत्री रघुवर दास की अध्यक्षता में प्रोजेक्ट भवन में झारखंड विज्ञान एवं प्रावैधिकी परिषद की बैठक में यह निर्णय किया गया.
बैठक में सीएम ने निर्देश दिया कि बाल वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने हेतु पांच करोड़ रुपये की निधि का प्रावधान किया गया है. इसी प्रकार राज्य के विश्वविद्यालयों से बीएससी, एमएससी के छात्रों को भी आगे की पढ़ाई अथवा शोध के लिए प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. बैठक में विकास आयुक्त आरएस पोद्दार, वित्त विभाग के प्रधान सचिव वित्त अमित खरे, योजना विभाग प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह,सीएम के सचिव सुनील वर्णवाल, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आरसी पांडेय अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
रांची में इनोवेशन हब बनेगा :
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में मेधा की कमी नहीं है. यहां से भी वैज्ञानिक निकलने चाहिए. इसके लिए राज्य के विश्वविद्यालयों के विज्ञान संकायों सहित इंजीनियरिंग कॉलेजों एवं पॉलिटेक्निक में थीम बेस्ड प्रोजेक्ट पर काम होना चाहिए. राज्य के युवा व्याख्याताओं को शोध के लिए स्पांसर किया जायेगा.
प्रयोगशालाओं को उपकरणों एवं उपस्करों से सुविधा संपन्न करने के लिए सरकार तत्पर है. विश्वविद्यालयों/तकनीकी संस्थानों एवं विज्ञान प्रसार के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं से इस आशय का प्रस्ताव आना चाहिए. रांची विश्वविद्यालय के बॉयोटेक्नोलॉजी विभाग को संबंधित वैज्ञानिक उपस्कर उपलब्ध कराये जायेंगे.
इनोवेशन के लिए ग्रामीण मेधा की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाना है. इसके लिए रांची में 186 लाख रुपये की लागत से इनोवेशन हब बनेगा. उन्होंने रांची में साइंस सिटी की स्थापना के लिए डीसी को 25 एकड़ सरकारी जमीन अविलंब विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग को उपलब्ध कराने के लिए कहा.
बीआइटी सिंदरी ऑटोनोमस होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआइटी सिंदरी राज्य का प्रीमियर संस्थान है, इसे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाना आवश्यक है. इसे स्वायत्त (ऑटोनॉमस) संस्थान घोषित किया जायेगा. इसके लिए विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के पदाधिकारियों को शीघ्र सारी औपचरिकताएं पूरी करने का निर्देश दिया है.
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