रांची: राज्य में रविवार 19 अप्रैल से मांगों को लेकर लगभग 3000 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हड़ताल पर चले गये. इनकी मांगों में नियमित वेतन का भुगतान, निगम की ओर से सीधे वेतन का भुगतान, बीमा करवाना, वरीयता सूची तैयार करते हुए राहत प्रदान करना आदि शामिल हैं. झारखंड विद्युत सप्लाई तकनीकी श्रमिक संघ ने हड़ताल का समर्थन किया है.
संघ के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि उनके तीन हजार कर्मी हड़ताल पर चले जाने से राज्य की विद्युत व्यवस्था चरमरानी शुरू हो गयी है. पलामू , गढ़वा, लातेहार, चतरा, लोहरदगा, कोडरमा, हजारीबाग, पतरातू, चाईबासा, घाटशिला, जादूगोड़ा, चक्रधरपुर, गिरिडीह, बोकारो सहित अन्य जगहों में बिजली की स्थिति खराब हो गयी है.
वहीं रांची के कई इलाकों में इसका असर पड़ा है. हड़ताली श्रमिक संघ के हजारों सदस्य रविवार को विद्युत आपूर्ति क्षेत्र, कुसई कॉलोनी में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन करते रहे. इस अवसर पर वहां एक सभा का भी आयोजन किया गया. अध्यक्ष ने कहा कि निगम लगातार हमलोगों के साथ वादाखिलाफी करते आया है, लेकिन अब हम चुपचाप बैठने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जब तक कोई निर्णय नहीं आ जाता, तब तक लड़ाई लड़ते रहेंगें. श्री राय ने बताया कि सात महीनों से कर्मियों का अवधि विस्तार नहीं होने के कारण वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है. जब तक इन पर कोई निर्णय हो नहीं जाता तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
प्रदर्शन में अमित कुमार कश्यप, विजय सिंह, फलेश्वर महली, दिवाकर मिश्र, युसूफ खान आदि शामिल थे. मालूम हो कि मानव दिवस कर्मी भी पिछले कई दिनों से भूख हड़ताल पर डटे हुए हैं. संघ के सदस्यों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.