रांची: स्वास्थ्य विभाग को नियुक्ति-प्रोन्नति की पूरी जांच रिपोर्ट नहीं मिल सकी है. मामला राज्य और जिलास्तरीय वर्ग तीन व चार के पदों से संबंधित है. इन नियुक्ति व प्रोन्नति के नियम विरुद्ध होने की आशंका के बाद जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिये गये थे.
विभागीय सचिव के विद्यासागर ने 28 जनवरी को सभी निदेशक प्रमुख व निदेशक (निदेशालय), प्राचार्य (मेडिकल, फार्मेसी व ट्रेनिंग कॉलेज व अन्य संस्थान), अधीक्षक व उपाधीक्षक (सदर, अनुमंडल व रेफरल अस्पताल), सभी सिविल सजर्न तथा कुष्ठ, मलेरिया, यक्ष्मा, फाइलेरिया पदाधिकारियों को यह चिट्ठी लिखी थी. इधर, अभी ज्यादातर जिलों से रिपोर्ट अप्राप्त है. सचिव ने लिखा था कि विभाग को क्षेत्रीय कर्मियों की नियुक्ति व प्रोन्नति मामले में संदेह है.
इस आलोक में राज्य व जिला स्तरीय वर्ग तीन व चार के पदों पर नियम विरुद्ध की गयी कोई भी नियुक्ति व दी गयी प्रोन्नति पर विधि सम्मत कार्रवाई कर इसकी रिपोर्ट विभाग को तीन माह के अंदर दी जाये, अन्यथा इसे गंभीरता से लिया जायेगा.
गौरतलब है कि झारखंड एड्स कंट्रोल सोसाइटी सहित विभिन्न संस्थाओं में पूर्व सचिव प्रदीप कुमार (अभी जेल में) के कार्यकाल में रेवड़ियों की तरह नौकरियां बंटी थी.