रांची: एचइसी के छह श्रमिक संगठन 15 सूत्री मांगों को लेकर 13 अगस्त को हड़ताल करेंगे. हड़ताल से पूर्व समन्वय समिति सोमवार को दिन के एक बजे मुख्यालय जाम करेगी. इस दौरान किसी भी कर्मी को ना अंदर जाने दिया जायेगा और ना बाहर. यह बातें समन्वय समिति के वीरेंद्र सिंह ने रविवार को पत्रकारों से कही. श्री सिंह ने कहा कि अगर प्रबंधन 12 अगस्त तक भारी उद्योग मंत्री के साथ हुई त्रिपक्षीय वार्ता में बनी सहमति को लागू नहीं करता है, तो 13 को एचइसी में हड़ताल रहेगी. श्री सिंह ने कहा कि एचइसी के स्थापनाकाल में जब 22 हजार कर्मचारी थे, उस समय भी एचइसी में पांच निदेशक नहीं थे. अब स्थिति यह है कर्मचारी घटते जा रहे हैं और निदेशक बढ़ते जा रहे है. एचइसी में अभी दो हजार स्थायी कर्मी हैं और पांच निदेशक हैं. एचइसी प्रबंधन का कहना है आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण आवासों की मरम्मत नहीं की जा रही है.
जबकि, प्रत्येक निदेशक के आवास के जीर्णोद्धार में 10 से 15 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं. श्री सिंह ने कहा कि मान्यता प्राप्त यूनियन प्रबंधन की बोली बोल रही है. वर्ष 2011-12 में यूनियन ने घोषणा की थी कि अगर एचइसी लाभ अजिर्त करेगा, तो श्रमिकों की सभी मांगे पूरी करायेंगे. अब यूनियन की ओर से कहा जा रहा है कि एक हजार करोड़ का लक्ष्य पूरा करे तभी मांगे पूरी होगी. उन्होंने मान्यता प्राप्त यूनियन पर श्रमिकों को धोखा देने का आरोप लगाया. उमाशंकर सिंह ने कहा कि प्रबंधन के पास एचइसी को आगे बढ़ाने के लिए कोई योजना नहीं है. प्लांट अस्पताल इसका उदाहरण है. एचइसी के 95 प्रतिशत लोग निजी संस्थान में इलाज कराते हैं. अगर प्रबंधन प्लांट अस्पताल को पीपीपी मोड पर दे, तो एचइसी को भी फायदा होगा और कर्मियों को भी सुविधा मिलेगी. जीसी सुधांशु ने कहा कि आवासीय परिसर में 200 से अधिक आवासों मे सीवरेज सिस्टम खराब है. लोग खुले में शौच करने पर मजबूर हैं. एचइसी में कार्यरत स्वीपर केवल अधिकारियों के आवासों की ही साफ-सफाई करते हैं. इस अवसर पर एके गिरी, रामकुमार नायक, लालदेव सिंह आदि भी उपस्थित थे.
हड़ताल में कौन शामिल हैं
एचइसी समन्वय समिति के बैनर तले हटिया कामगार यूनियन, जनता मजदूर यूनियन, सुपरवाइजर एंड एक्सक्यूटिव एसोसिएशन, हटिया मजदूर लोक मंच, गिल्ड ऑफ एचइसी एक्सक्यूटिव एसोसिएशन, एचइसी क्षेत्र के पार्षद, व्यवसायी संघ ने समर्थन किया है.
समिति की मुख्य मांगें
1.1.97 और वर्ष 2007 के वेतन पुनरीक्षण का एरियर भुगतान, सप्लाई कर्मियों को स्थायी करने, विधवा आश्रितों को नौकरी, एलटीए चालू करने, एलटीएल पुन: चालू करने, प्लांट अस्पताल में सुविधा बढ़ाने, नन टेक्निकल कर्मियों को चार वर्ष में जूनियर मैनेजर के पद पर पदोन्नति देने, वाटर चार्ज को वापस लेने आदि मांगें शामिल हैं.