रांची: इंजीनियरिंग- मेडिकल की परीक्षा में पास 50 विद्यार्थी इस वर्ष इंटर में पास नहीं हुए. मेडिकल-इंजीनियरिंग परीक्षा में सफल लगभग 600 विद्यार्थियों ने स्पेशल स्क्रूटनी के लिए आवेदन जमा किया था. विद्यार्थी अपने अंक से संतुष्ट नहीं थे.
स्पेशल स्क्रूटनी के बाद भी 50 विद्यार्थी इंटर में पास नहीं हो सके. अधिकतर विद्यार्थियों के अंक में कोई बदलाव नहीं हुआ. कुछ विद्यार्थियों के अंक में एक से दो अंक की बढ़ोतरी हुई. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मेडिकल-इंजीनियरिंग में पास विद्यार्थियों के लिए स्पेशल स्क्रूटनी की व्यवस्था की थी.
स्क्रूटनी में कम हो गये अंक
स्पेशल स्क्रूटनी में जहां कुछ विद्यार्थियों के अंक में बढ़ोतरी हुई, वहीं कुछ के अंक कम भी हो गये. रसायन में एक विद्यार्थी को 17 अंक मिले थे, स्क्रूटनी में अंक घट कर 15 हो गया. लगभग एक दर्जन विद्यार्थी के अंक में कमी आयी.
51 को कर दिया 15
रसायन में एक विद्यार्थी को कुल 51 अंक मिले थे. परीक्षक ने मार्क्स फाइल में 51 के बदले 15 अंक अंकित कर दिया. जिस कारण विद्यार्थी पास होने के बाद भी फेल हो गया. इससे विद्यार्थी को काफी परेशानी हुई. एक विद्यार्थी को अंगरेजी में 52 अंक मिला था, जबकि परीक्षक ने मार्क्स फाइल 06 अंक लिख दिया. परीक्षकों की लापरवाही के कारण दोनों विद्यार्थी पास होने के बाद भी फेल हो गये.
परीक्षक को नोटिस
मूल्यांकन में गड़बड़ी करनेवाले शिक्षकों को झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. परीक्षकों से पूछा गया है कि मूल्यांकन में सावधानी नहीं बरतने के लिए क्यों नहीं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये. परीक्षकों से नोटिस का शीघ्र जवाब देने को कहा गया.
जेनरल स्क्रूटनी की तैयारी पूरी
झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने जेनरल स्क्रूटनी की भी तैयारी पूरी कर ली है. स्क्रूटनी के मूल्यांकन केंद्र से उत्तरपुस्तिका मंगा ली गयी है. जुलाई अंत तक जेनरल स्क्रूटनी की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.