रांची: मुख्यमंत्री रघुवर दास ने टाटा स्टील की नोवामुंडी लौह अयस्क खदान के लीज नवीकरण (तृतीय) को मंजूरी दे दी. खान विभाग ने इससे संबंधित आदेश भी जारी कर दिया है. लीज नवीकरण के बदले टाटा स्टील खनिज के मूल्य के बदले पहली किस्त के रूप में 302 करोड़ रुपये देगी. टाटा स्टील का लीज नवीकरण (तृतीय) एक जनवरी 2012 से लंबित है. इस दौरान निकाले गये लौह अयस्क की कीमत 3600 करोड़ रुपये आंकी गयी है. टाटा स्टील ने इसके भुगतान पर सहमति दे दी है.
सीएम ने गंभीरता से लिया मामला : मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद रघुवर दास ने तत्काल सचिवों के साथ बैठक की. टाटा स्टील की लौह अयस्क खदान बंद होने की सूचना मुख्यमंत्री के पास थी. उत्पादन प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया. मंगलवार को खान सचिव के साथ बैठक की. बुधवार को खान सचिव, वित्त सचिव और टाटा स्टील के अधिकारी भी बैठक में थे. बैठक में मामले पर सहमति दी गयी. टाटा स्टील ने निकाले गये लौह अयस्क की कीमत 3600 करोड़ रुपये देने पर सहमति दे दी. इसके बाद लीज नवीकरण कर दिया गया.
जनवरी 2012 से लंबित था
टाटा स्टील का लीज नवीकरण एक जनवरी 2012 से लंबित था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए खान विभाग ने चार सितंबर 2014 को उत्खनन पर रोक लगा दी थी. लीज नवीकरण समाप्त होने की अवधि से लेकर अब तक किये गये उत्खनन पर लौह अयस्क की कीमत के समतुल्य राशि की मांग की गयी थी. इसी शर्त पर लीज नवीकरण की अनुमति देने की बात थी. टाटा स्टील ने इस शर्त पर सहमति दे दी.