रांची: एदलहातू नीचे टोली स्थित खेत में पुआल की झोपड़ी (कुंबा) में आग लग जाने से उसमें जल कर दो बच्चें की मौत हो गयी. इस आगलगी में कृष्णा गाड़ी की पुत्री साक्षी गाड़ी (चार वर्ष) व पुत्र सुजीत गाड़ी (दो वर्ष)की मौत हुई है. घटना मंगलवार शाम करीब 5.30 बजे की है. दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है. इस संबंध में बरियातू पुलिस को सूचना भी नहीं दी गयी है.
घटना के संबंध में पिता कृष्णा गाड़ी ने बताया कि वह अपनी पत्नी मुन्नी गाड़ी के साथ मजदूरी करने गये थे. दोनों घर से बाहर थे. घर में उनका बड़ा पुत्र संतोष गाड़ी (छह वर्ष), साक्षी व सुजीत व अन्य लोग थे. खेत से धान काट कर लाया गया था. धान को निकाल कर वहां पुआल का ढेर बनाया गया है. पुआल के ढेर के बगल में रखवाली करने के लिए पुआल की झोपड़ी बनायी गयी है. खेलते-खेलते साक्षी गाड़ी (चार वर्ष) व पुत्र सुजीत गाड़ी वहां चले गये और वहीं सो गये.
शाम में जब दोनों नहीं मिल रहे थे तो कृष्णा गाड़ी का बड़ा पुत्र और अन्य लोग ढिबरी व माचिस जला कर उन्हें तलाश कर रहे थे. उसी समय किसी तरह पुआल की झोपड़ी में आग लग गयी. जब तक वे लोग कुछ समझ पाते तब तक झोपड़ी धू-धू कर जल गयी. इस घटना में उस झोपड़ी (कुंबा) में सोये दोनों बच्चे भी जल गये और वहीं उनकी मौत हो गयी. जब झोपड़ी जल कर राख हो गयी तो लोगों को मांस जलने की बदबू आयी, तब लोगों ने वहां जाकर देखा तो दोनों बच्चों का शव वहां पड़ा था. उसी दौरान कृष्णा गाड़ी व उनकी पत्नी मजदूरी करके लौटे तो पड़ोसियों ने इस घटना की सूचना उन्हें दी. यह सुन कर दोनों झोपड़ी की ओर दौड़े.
बच्चों की मां की स्थिति गंभीर
कृष्णा गाड़ी की पत्नी मुन्नी गाड़ी तो घटना के बाद से बार-बार बेहोश हो रही है. वह कृष्णा गाड़ी को पकड़ कर एक ही बात कह रही थी, ‘मोर दोनों झौवा के हमके लाइन कर दे. हमर दोनों झौवा कहां चल जाय हतुन.‘ उसकी स्थिति देख कर मुहल्ले के लोग स्तब्ध हैं. इधर, जब संवाददाता घटना की जानकारी लेना चाह रहे थे तो वे लोग डर से कुछ भी बताना नहीं चाह रहे थे. काफी समझाने के बाद पीड़ित लोग घटना के संबंध में बताने को तैयार हुए. वे लोग पुलिस केस के डर से किसी को कुछ बताना नहीं चाह रहे थे. बरियातू पुलिस को मामले की जानकारी नहीं है.