रांची: तेनुघाट-बोकारो कैनाल का जीर्णोद्धार और नयी पाइपलाइन बिछाने के कार्य से संबंधित डीपीआर (विस्तृत प्रगति प्रतिवेदन) तैयार करने की निविदा रद्द कर दी गयी है.
अब निविदा नये सिरे से आमंत्रित की जायेगी. 27 अक्तूबर तक जल संसाधन विभाग के तेनुघाट प्रमंडल की ओर से कार्य के लिए निविदा आमंत्रित की गयी थी. इस दिन तक ई-टेंडर के माध्यम से आवेदक कंपनियों को सॉफ्ट कॉपी आमंत्रित की गयी थी.
सोमवार (तीन नवंबर) तक कंपनियों को निविदा से संबंधित बैंक गारंटी, बीओक्यू (बिल ऑफ क्वांटिटी) और अग्रिम की राशि से संबंधित ड्राफ्ट और हार्ड कॉपी जमा करनी थी. प्रमंडल में किसी भी कंपनी ने हार्ड कॉपी और अन्य दस्तावेज ही जमा नहीं किये. इस आलोक में प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता एके झा ने विभाग के अभियंता प्रमुख-1 अरविंद कुमार को भी सूचना दे दी है. अभियंता प्रमुख ने बताया कि दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई की पांच कंपनियों ने तेनुघाट-बोकारो कैनाल को लेकर अपनी दिलचस्पी दिखलायी थी. इसमें लॉर्सन एंड टूब्रो, मुंबई की पटेल इंजीनियरिंग, सिंपलेक्स इंफ्रास्ट्रर जैसी कंपनियां शामिल हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही दूसरी तिथि घोषित की जायेगी.
34.50 किलोमीटर तक बिछायी जानी है पाइपलाइन: कैनाल के काफी पुराना होने के बाबत जल संसाधन विभाग ने निविदा आमंत्रित की थी. इसके तहत 34.50 किलोमीटर तक वैकल्पिक पानी की आपूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछायी जानी थी. यह कैनाल 40 वर्ष से अधिक पुराना हो गया है. कैनाल के जरिये बोकारो स्टील सिटी, बोकारो इस्पात संयंत्र, बोकारो के विद्युत संयंत्र को पीने के पानी, व्यावसायिक उपयोग और औद्योगिक उपयोग के लिए पानी की आपूर्ति की जाती है. प्रतिदिन तीन सौ क्यूसेक पानी की आपूर्ति पुराने कैनाल से होती है. बोकारो इस्पात संयंत्र की ओर से कैनाल के बगल में वैकल्पिक जलापूर्ति पाइपलाइन बिछाये जाने का खर्च वहन किया जायेगा. जानकारी के अनुसार कंपनी ने झारखंड सरकार को पैसे भी उपलब्ध करा दिये हैं.