रांची: रांची विवि में स्नातक की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में लापरवाही बरतनेवाले दो परीक्षकों (शिक्षकों) को डिबार कर दिया गया है. यह निर्णय मंगलवार को कुलपति की अध्यक्षता में हुई परीक्षा बोर्ड की बैठक में लिया गया. डिबार होनेवाले शिक्षकों में सिमडेगा कॉलेज राजनीतिशास्त्र विभाग के व्याख्याता प्रो बड़ाइक व मारवाड़ी कॉलेज की रीडर डॉ एम राजपाल हैं. प्रो बड़ाइक को दो वर्ष के लिए तथा डॉ राजपाल को एक वर्ष के लिए डिबार किया गया है.
जानकारी के अनुसार स्नातक पार्ट वन की छात्र रेखा कुमारी राजनीतिशास्त्र सब्सिडियरी विषय में फेल हो गयी थीं. इस पर रेखा ने रांची विवि में सूचनाधिकार के तहत उत्तरपुस्तिका देखी. उत्तरपुस्तिका देखने पर पता चला कि परीक्षक ने दो प्रश्न का मूल्यांकन ही नहीं किया है.
तब रेखा ने उत्तरपुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन करने का आग्रह किया. विवि प्रशासन ने राजनीतिशास्त्र विभाग के अध्यक्ष से उत्तरपुस्तिका की जांच करायी. इसमें पाया गया कि परीक्षक ने दो प्रश्न के उत्तर का मूल्यांकन ही नहीं किया है. मूल्यांकन के बाद छात्र उत्तीर्ण घोषित हो गयी.
मंगलवार को परीक्षा बोर्ड की बैठक में उत्तरपुस्तिका बोर्ड के सदस्यों के समक्ष रखी गयी. इसमें पाया गया कि परीक्षक ने प्रश्नवार मूल्यांकन नहीं किया है. सिर्फ प्रत्येक पेज में नीचे से ऊपर एक लाइन खींच दी है. बोर्ड के सदस्यों ने इसे परीक्षक की घोर लापरवाही मानी. इसके बाद सह परीक्षक प्रो बड़ाइक व मुख्य परीक्षक डॉ एम राजपाल को डिबार करने का निर्णय लिया. बैठक में कुलपति, प्रतिकुलपति, रजिस्ट्रार सह डीएसडब्ल्यू, परीक्षा नियंत्रक, सभी डीन व अन्य सदस्य उपस्थित थे.