राची. कभी इडियट बॉक्स के नाम से चर्चित टेलीविजन अब काफी स्मार्ट हो गया है. इसका उपयोग भी बहुआयामी हो गया है. अब टेलीविजन केवल कार्यक्रमों के प्रसारण के लिए ही नहीं रह गया है. इस पर आप अपने कई जरूरी काम भी निबटा सकते हैं. इसमें फेसबुक से लेकर बैंकिंग ट्रांजेक्शन तक संभव है. अब टीवी को इंटरनेट से कनेक्ट कर कंप्यूटर की तरह इसका उपयोग किया जा सकता है. यहीं कारण है कि अब इसे इडियट बॉक्स या बुद्धू बक्सा के नाम से पुकारने में हिचक होती है. अब तो बाजार में कई स्मार्ट टीवी सेट उपलब्ध हैं. पहले की तुलना में अब टीवी का उपयोग व्यापक हो गया है. दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि टेलीविजन लोगों को स्मार्ट बना रहा है. कार्यक्रमों के मामले में भी टेलीविजन की अहमियत बढ़ गयी है. स्मार्ट हो गया टीवीटेलीविजन का निर्माण 1920 के आस पास हुआ माना जाता है. भारत में 80 के दशक मंे टेलीविजन आया. वर्ष 2000 के बाद इस इंडस्ट्री में तेजी से बदलाव आया. पहले सीआरटी टीवी घर-घर पहुंचा. इसके बाद ओलेड डिसप्ले, प्लाज्मा, फ्लैट टीवी का जमाना आया. कुछ साल पहले एलसीडी का प्रचलन बढ़ा. अब एलइडी व 3डी टीवी का जमाना आ गया है. कुछेक कंपनियां तो अब एडवांस टीवी ला रही हैं, जो यह बताती है कि आपको क्या पसंद है क्या पसंद नहीं है. टीवी की साइज भी पहले की तुलना में बड़ी हो गयी है. पहले 14 व 21 इंच का टीवी ही उपलब्ध था. आज कल तो 156 इंच तक का टीवी बाजार में उपलब्ध है. स्मार्ट टीवी या एडवांस टीवी में मोबाइल फोन या कंप्यूटर की ही तरह अनगिनत फीचर्स होते हैं. इसे वाइ-फाइ या डोंगल से जोड़ कर पूरी दुनिया को खंगाला जा सकता है. दुनियाभर में चलनेवाले टेलीविजन कार्यक्रमों से लेकर रेडियो भी सुन सकते हैं. मनचाहा गेम खेल सकते हैं. एजुकेशन पा सकते हैं. अपने कंप्यूटर, मोबाइल या कैमरे का मॉनिटर बना सकते हैं. टीवी में ऐसे फीचर आ गये हैं, जो आपके इशारों पर चलते हैं. साउंड बढ़ाना हो या चैनल चेंज करना हो, रिमोट का भी दरकार नहीं है. टीवी पर तो अब मोशन गेम्स भी आ गये हैं. इसमें लोग बैडमिंटन, टेबल टेनिस के साथ ही कई तरह के खेलों का मजा ले सकते हैं. कर्व टीवी भी तेजी से प्रचलन में आ रहे हैं. इसके साथ ही 3डी टीवी भी अब पसंद किये जा रहे हैं. कार्यक्रमों का स्वरूप भी बदलापहले टेलीविजन को इडियट बॉक्स कहे जाने का प्रमुख कारण था इसमें प्रसारित होनेवाले कार्यक्रम. उनका विशेष महत्व नहीं होता था. उसके सामने दिन भर बैठने वाले अपना समय ही बरबाद करते थे. आज स्थिति बदल गयी है. टीवी पर मनोरंजन के साथ ही ज्ञानवर्द्धक कार्यक्रम भी प्रसारित हो रहे हैं. लोग केबीसी जैसे कार्यक्रमों से पैसे कमा रहे हैं. कई कार्यक्रम प्रतिभा निखारनेवाले होते हैं. रांची में बढ़ा बाजाररांची समेत पूरे झारखंड में स्मार्ट टीवी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. राज्य में हर माह 8000 टीवी बिक रहे हैं. इसमें स्मार्ट या एडवांस टीवी की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत पहुंच गयी है. बाजार के जानकारों के अनुसार एक साल के भीतर यह हिस्सेदारी 50 प्रतिशत पहुंच जायेगी. युवा इसे काफी पसंद कर रहे हैं.कोटपहले की तुलना में अब तेजी से स्मार्ट टीवी का बाजार बढ़ रहा है. आनेवाला समय एडवांस टीवी का है. पंकज कुमार, शाखा प्रबंधक, पैनासोनिकलोगों को अब सामान्य टीवी नहीं बेहतरीन फीचर से लैस टीवी चाहिए. अच्छी टीवी के लिए लोग पैसे की परवाह नहीं करते हैं.सुनील सुनेजा, संचालक, सुनेजा संसटीवी अब वाकई स्मार्ट हो गया है. अब यह केवल मनोरंजन की वस्तु न रह कर उपयोगी बन गया है.मो गयासुद्दीन, संचालक भारत इलेक्ट्रॉनिक्स
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बुद्धु बॉक्स अब बन गया है स्मार्ट
राची. कभी इडियट बॉक्स के नाम से चर्चित टेलीविजन अब काफी स्मार्ट हो गया है. इसका उपयोग भी बहुआयामी हो गया है. अब टेलीविजन केवल कार्यक्रमों के प्रसारण के लिए ही नहीं रह गया है. इस पर आप अपने कई जरूरी काम भी निबटा सकते हैं. इसमें फेसबुक से लेकर बैंकिंग ट्रांजेक्शन तक संभव है. […]
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